भगवान आदिनाथ के जन्म दिवस पर धूमधाम से मनी गोष्टी

वैदिक परंपरा में भगवान आदिनाथ को आदि पुरुष के रूप में स्थान दिया गया प्रदीप जैन

राहुल जैन/ललितपुर: भगवान आदिनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन म्हारा ललितपुर में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवधि देव भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक श्री प्रदीप कुमार जैन, प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार जैन ,आइक्यूएसी प्रभारी डॉ रोहित कुमार ,सहायक प्राध्यापक अश्विनी कुमार जैन ने प्रभु के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर श्री प्रदीप कुमार जैन ऋषभदेव के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें न केवल जैन परंपरा में अपितु वैदिक परंपरा में भी आदिपुरुष के रूप में स्थान दिया गया है ,उनका जन्म स्थान उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुआ और उन्होंने अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष इस धरा पर गुजरते हुए पूरे विश्व को ज्ञान बोध की परंपरा दी।

इसी कड़ी में सहायक प्राध्यापक अश्वनी कुमार जैन ने कहा कि हमारा महाविद्यालय आज जो प्रगति के निरंतर नए नए सोपान चढ़ता जा रहा है उसका श्रेय भगवान आदिनाथ कॉलेज के ऊपर भगवान आदिनाथ के आशीर्वाद का ही है ।इसके साथ ही प्राचार्य डॉ सुनील कुमार जैन ने कहा कि हम परमात्मा की कृपा के लिए सदैव ऋणी रहेंगे कि हम इस संस्थान में कार्य कर रहे हैं हम आज के दिन को अपने जीवन में कभी नहीं भुला सकते क्योंकि आज का दिन उस परमपिता का जन्म हुआ।

जिन्होने विश्व में प्रथम बार असी, मासी एवं कृषि का ज्ञान जन-जन तक फैलाया एवं लोगों को अपने जीवन को कैसे संयमित, सुंदर तरीके से जिया जा सकता है,बतलाया। श्रीमती निधि जैन ने कहा कि भगवान आदिनाथ महिला को सशक्ति एवं उनको शिक्षित करने के लिए सर्वप्रथम प्रयास कर्ता के रूप में जाने जाते हैं |

क्योंकि उन्होंने अपनी दोनों पुत्रियों को सर्वप्रथम शिक्षित किया एक पुत्री को अपने एक हाथ से भाषा का ज्ञान था दूसरी पुत्री को दूसरे हाथ से गणित का ज्ञान देकर पूरे विश्व में एक मिसाल प्रस्तुत की अंत में सहायक प्राध्यापक अश्वनी कुमार जैन द्वारा विश्व के मंगल कामना प्रस्तुत की गई।