मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में इन दिनों मानसून पूरी तरह मेहरबान नजर आ रहा है। लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं और कई जगह जलभराव की स्थिति भी देखने को मिल रही है। हालांकि, पूरे प्रदेश में संतुलित बारिश नहीं हुई है और अभी भी करीब 13 जिले औसत वर्षा से पीछे चल रहे हैं। इस असमान बारिश ने कुछ इलाकों में चिंता बढ़ाई है, जबकि पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में पानी की कोई कमी नहीं है।
14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
सोमवार, 18 अगस्त 2025 को मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 14 जिलों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इनमें देवास, हरदा, खंडवा और बुरहानपुर जैसे जिले शामिल हैं, जहाँ अगले 24 घंटे में अति भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है। इसके अलावा इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर और भोपाल संभाग के कई अन्य जिलों में भी भारी वर्षा की संभावना है। इस चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
वैज्ञानिकों ने बताई वजह
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान समय में मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के पश्चिम-दक्षिण भाग से होकर गुजर रही है। इसके साथ ही, एक कम दबाव का क्षेत्र भी सक्रिय है, जिसके कारण लगातार बारिश हो रही है। खासतौर पर इंदौर और उज्जैन संभाग पर इसका प्रभाव ज्यादा दिखाई दे रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सिस्टम अगले कुछ दिनों तक सक्रिय रह सकता है और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने जिन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, उनमें इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर और भोपाल संभाग शामिल हैं। इसके साथ ही खरगोन, बड़वानी, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, सीहोर, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में भी तेज वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इनमें से कई जिलों में नदी-नाले पहले से ही उफान पर हैं, ऐसे में भारी बारिश की स्थिति लोगों के लिए चुनौती बन सकती है।