देशभर में सक्रिय हुआ मानसून, अगले 6 दिनों तक इन राज्यों में होगी भारी बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

भारत में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 16 अगस्त 2025 को देश के विभिन्न हिस्सों में तेज़ बारिश का असर देखा गया है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से सक्रिय हुई नई मौसमी प्रणालियों के चलते आने वाले सात दिन यानी 16 से 22 अगस्त तक देश के अधिकांश इलाकों में जोरदार वर्षा की संभावना जताई गई है। इस दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

मानसून की द्रोणिका में बदलाव

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून की द्रोणिका (Monsoon Trough) इस समय सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है। यही कारण है कि दक्षिण भारत और मध्य भारत में बारिश की गतिविधियाँ और अधिक तेज़ हो गई हैं। दक्षिण छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) सक्रिय है, जो धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए 18 अगस्त को गुजरात पहुंचेगा। उस समय तक यह सिस्टम कमजोर होकर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) में बदल जाएगा। वहीं, 18 अगस्त को बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम हिस्से में एक और नया लो-प्रेशर बनने के आसार हैं, जिससे पूर्वी और मध्य भारत में बारिश का असर और बढ़ेगा।

पश्चिमी भारत में रेड अलर्ट जैसी स्थिति

पश्चिमी भारत में मानसून ने जोर पकड़ लिया है। कोंकण और गोवा क्षेत्रों में 16 से 19 अगस्त तक भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। मुंबई और उसके उपनगरीय इलाकों में 24 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई, जिससे यातायात और जनजीवन प्रभावित हुआ। मध्य महाराष्ट्र के घाटी क्षेत्रों में भी लगातार वर्षा से ठंडक और नमी बनी हुई है। गुजरात और सौराष्ट्र में 16 से 20 अगस्त तक अच्छी बारिश का दौर रहेगा, जबकि 19 और 20 अगस्त को सौराष्ट्र क्षेत्र में अति भारी वर्षा का अनुमान है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। मराठवाड़ा में भी 16 से 19 अगस्त तक तेज़ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

दक्षिण भारत में लगातार मूसलाधार बारिश

दक्षिण भारत में भी मानसून ने जमकर असर दिखाया है। तेलंगाना में 16 और 17 अगस्त को भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि 18 और 19 अगस्त को अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। कुछ जिलों में 22 सेंटीमीटर तक बारिश होने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। तटीय कर्नाटक और केरल में भी 18 और 19 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
इसके अलावा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और रायलसीमा क्षेत्रों में अगले 5 से 7 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। तेज़ हवाओं की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँचने की संभावना है, जिससे समुद्री तटीय क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

मध्य और पूर्वी भारत में तेज़ वर्षा का नया दौर

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 16 से 22 अगस्त तक लगातार बारिश होती रहेगी। इस दौरान कई जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट दिया गया है। ओडिशा में 18 और 19 अगस्त को बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में 16-17 और 21-22 अगस्त को अति भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है। वहीं झारखंड में भी 19, 21 और 22 अगस्त को तेज़ बारिश का पूर्वानुमान है।

दिल्ली-एनसीआर का मौसम सुहाना

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में 18 से 19 अगस्त के बीच हल्की से मध्यम वर्षा के साथ गरज और बौछारें पड़ सकती हैं। इससे मौसम सुहाना और ठंडा रहेगा। तापमान की बात करें तो अधिकतम 32 से 34 डिग्री और न्यूनतम 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। 16 अगस्त को मयूर विहार क्षेत्र में 54 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे उमस से राहत मिली।

उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी राज्यों में बारिश

उत्तराखंड में 16 और 17 अगस्त को बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 16 से 20 अगस्त तक कई जगह तेज़ बारिश होती रहेगी। हरियाणा में भी बौछारें पड़ने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर में 18 और 19 अगस्त को सक्रिय मौसमी गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी। इसके साथ ही राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 19 से 22 अगस्त तक अच्छी वर्षा होने का पूर्वानुमान है, जिससे वहां के किसानों और बागवानों को राहत मिलने की उम्मीद है।