प्रदेश में मानसून अपने चरम पर है, जिसका असर जबलपुर में भी दिखाई दे रहा है। जबलपुर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बरगी डैम के गेट खोले जाने का फैसला लिया गया है। प्रशासन ने इस संभावित स्थिति को ध्यान में रखते हुए अलर्ट जारी किया है। तो वही बरगी बांध के 9 गेट खोले गए हैं ताकि अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सके। लगातार बारिश के कारण बांध का जलस्तर बढ़ रहा था, जिसे नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। बांध से 52 हजार 195 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।साथ ही जो निवासी निचले क्षेत्र मे रह रहे है, उनसे अपील की गई है कि वे नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाए रखे।
लगातार बारिश हो रही है ऐसे में नदी, ताालाब का जल स्तर भी बढ़ता जा रहा है। रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध का जलस्तर लगातार बढ़ने की वजह से जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए नौ गेट खोल दिए गए। मानसून सीजन में एसा पहली बार है जब बांध के 21 में से 9 स्पिल-वे गेट औसतन 1.33 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए है। इनसे 52 हजार 195 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बता दे की गेट नंबर 10, 11 और 12 खोले गए है।
कोनसे और कितने गेट खोले गए?
कार्यपालन यंत्री बरगी बांध राजेश सिंह गौंड ने बताया की नौ गेट में से , गेट नंबर 10, 11 और 12 को दो-दो मीटर तक खोला गया है,वही गेट नम्बर 9 और 13को डेढ़-डेढ़ मीटर तक, गेट नंबर 8 और 14 को एक-एक मीटर और गेट नंबर 7 और 15 को आधा-आधा मीटर की ऊंचाई तक खोला गया है। साथ ही उन्होंने बताया की बांध में आवक और स्थति को देखते हुए इससे पानी निकासी की मात्रा घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
कार्यपालन यंत्री बरगी बांध के अनुसार , रविवार को दोपहर ग्यारह बजे बांध का जल स्तर 417.40 मीटर रिकार्ड किया गया था और उस समय इसमें लगभग 98 हजार 741 क्युसेक पानी प्रवेश कर रहा था। बरगी बांध का पूर्ण जल भराव स्तर 422.76 मीटर है और यह सुझाया गया है की ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 31 जुलाई तक इसका जलस्तर 417.50 मीटर रखा जाना है।
पांच फीट तक बढ़ेगा नर्मदा का जलस्तर
अलर्ट जारी होने के बाद से बांध के निचले क्षेत्र के निवासी, जो नर्मदा तट के पास में रहते है,उनसे अपील की जा रही है की वे नर्मदा तट से दुरी बनाए रखे और डूब क्षेत्र से दूर रहे है। साथ ही उन्हें लगातार चेतावनी दी जा रही है, कि बांध से पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी का जलस्तर चार से पांच फुट तक बढ़ सकता है और ऐसी सम्भावना है की अगले तीन घंटे में बरगी बांध का पानी गौरीघाट, तिलवारा घाट तक पहुंच सकता है।