द पार्क’, इंदौर में चल रहा ‘मानसून मसाला’ फूड फेस्टिवल- चार राज्यों के जायकों का संगम

बारिश की रिमझिम बूंदों और ठंडी हवाओं के बीच जब मौसम में एक खास सी खुशबू घुलती है, तो दिल को सुकून देने वाले गरमागरम भारतीय व्यंजन और भी याद आने लगते हैं। इसी मौसम के स्वाद को खास बनाने के लिए ‘द पार्क’, इंदौर के ‘एपिसेंटर’ रेस्त्रां में इन दिनों ‘मानसून मसाला’ नामक एक विशेष क्षेत्रीय फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। यह फेस्टिवल 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा, जिसमें हर सप्ताह देश के चार प्रमुख राज्यों – उत्तर प्रदेश (बनारस), महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तराखंड – के पारंपरिक स्वादों और रेसिपीज़ को एक नई पहचान दी जा रही है।

फेस्टिवल की शुरुआत बनारसी व्यंजनों से हुई है, जिसमें नीमोना, भरवां आलू बनारसी, पनीर हांडी लज़ीज, गुलाठी और शाही टुकड़ा जैसे व्यंजन खास आकर्षण हैं। इसके साथ ही बदामी शोरबा, तुलसी माही टिक्का, मटन शम्मी कबाब, मुरग क़ोरमा और गोश्त निहारी जैसे स्वादिष्ट विकल्प भी मौजूद हैं। दूसरे सप्ताह में महाराष्ट्र की पारंपरिक रसोई से भरली वांगी, मिसल पाव, पिठले भाकरी, पूरन पोली और श्रीखंड जैसे व्यंजन सामने आएँगे, साथ में मटन सुक्का, चिकन कोलीवाडा, सावजी मटन और मालवणी फिश करी भी परोसे जा रहे हैं।

तीसरे सप्ताह गुजरात के जायके छाए रहेंगे – खांडवी, ढोकला, वटाना घुघरा, वलोर मूठिया, सेव टमाटर, अडाडिया पाक और सुखड़ी जैसे व्यंजन मेहमानों को गुजरात की गलियों की याद दिलाएँगे। चौथे सप्ताह उत्तराखंड की थाली में गहत की टिक्की, काफुली, थेचवानी, झंखोरे की खीर, अक्तोरी और अर्सा जैसे पहाड़ी स्वाद होंगे, वहीं सेकुआ मटन और जख्या फिश जैसी पारंपरिक मांसाहारी डिशेस भी थाली में शामिल होंगी। हर थाली को स्थानीय चटनियों, अचार, रायता, पापड़ और देसी सलाद से और भी संपूर्ण बनाया गया है।

फेस्टिवल का ऐसा है उद्देश्य 

इस आयोजन पर ‘द पार्क’ के एग्ज़ीक्यूटिव शेफ संतोष यादव ने कहा, “मानसून मसाला फेस्टिवल का उद्देश्य है हर सप्ताह एक नए राज्य का असली स्वाद और संस्कृति लोगों तक पहुंचाना। हर व्यंजन को उसकी पारंपरिक शैली, स्थानीय मसालों और खास प्रस्तुति के साथ परोसा गया है – चाहे वह बनारस की नीमोना हो या महाराष्ट्र की सावजी ग्रेवी, गुजरात की मूठिया हो या उत्तराखंड की अक्तोरी।”

‘द पार्क’ के फूड एंड बेवरेज डायरेक्टर सुदीप कांजीलाल ने कहा, “यह सिर्फ एक फूड फेस्टिवल नहीं, बल्कि भारत की विविध पाक विरासत का उत्सव है। हर थाली में हमने संबंधित राज्य की पारंपरिक चटनियाँ, अचार, स्ट्रीट फूड और मिठाइयों को भी शामिल किया है। लाइव काउंटर पर हर सप्ताह उस राज्य के लोकप्रिय स्ट्रीट फूड को ताज़ा रूप में परोसा जा रहा है, जिससे मेहमानों को वहाँ की संस्कृति से जुड़ाव महसूस होता है।”