बालाघाट, मध्य प्रदेश: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में एक सरकारी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में हुई, जहां शिक्षक के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। आरोपी शिक्षक का नाम सुनील कुमार मेश्राम है।
यह मामला छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले से जुड़ा है, जिसमें कई जवान शहीद हो गए थे। इसी घटना को लेकर शिक्षक सुनील मेश्राम ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के लिए कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। पोस्ट के वायरल होते ही स्थानीय भाजपा नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, सुनील कुमार मेश्राम बालाघाट जिले के किरनापुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला, लिंगा में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से सुकमा नक्सली हमले को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने जवानों की शहादत के लिए सीधे तौर पर गृह मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे के नेतृत्व में पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
विभाग ने की निलंबन की कार्रवाई
भाजपा की शिकायत और मामले की गंभीरता को देखते हुए आदिम जाति कल्याण विभाग ने तत्काल कार्रवाई की। विभाग के सहायक आयुक्त सुधांशु वर्मा ने शिक्षक सुनील मेश्राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।
निलंबन आदेश के अनुसार, मेश्राम का आचरण मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 के विरुद्ध पाया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय किरनापुर स्थित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
पुलिस ने भी दर्ज किया मामला
विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ शिक्षक के खिलाफ कानूनी शिकंजा भी कसा गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शिक्षक सुनील मेश्राम के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर तय आचार संहिता की याद दिला दी है।