बीजेपी के सदस्यता अभियान के पहले चरण में मध्य प्रदेश ने शीर्ष 5 राज्यों में अपनी जगह बनाई है, जिसमें एक करोड़ से अधिक नए सदस्य बनाए गए हैं। हालांकि, बीजेपी ने अचानक से नए सदस्यों की छंटनी करने का फैसला लिया है।प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस निर्णय का कारण बताया है कि सदस्यता अभियान के दौरान कई असामाजिक और अपराधिक तत्व भी पार्टी में शामिल हो गए हैं, जिससे पार्टी की छवि खराब हो सकती है।
चूंकि अभियान में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष जैसे दिग्गज नेताओं ने खुद आगे बढ़कर सदस्यता अभियान में भाग लिया, इसलिए इस प्रक्रिया में शामिल असामाजिक तत्वों की पहचान जरूरी हो गई है। बीजेपी अब इन सदस्यों की जांच कर रही है और ऐसे तत्वों को पार्टी से बाहर करने का निर्णय लिया गया है, ताकि पार्टी की छवि और साख बनी रहे। यह छंटनी अभियान बीजेपी की सदस्यता प्रक्रिया को अधिक सख्त और विश्वसनीय बनाने के लिए किया जा रहा है।
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी के सदस्यता अभियान के पहले चरण के बाद आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नए सदस्यों की छंटनी करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय पार्टी की छवि और साख को बनाए रखने के लिए किया गया है। बूथ स्तर पर इन नए सदस्यों का सत्यापन होगा, और जिनका आपराधिक इतिहास सामने आएगा, उन्हें पार्टी से बाहर किया जाएगा।
इस सदस्यता अभियान में पार्टी ने मिस्ड कॉल, क्यूआर कोड स्कैन, नमो एप, और वेबसाइट के माध्यम से लोगों को सदस्यता लेने का मौका दिया है। पिछली बार 95 लाख सदस्य बनाने वाली बीजेपी ने इस बार डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें पहले चरण में एक करोड़ से अधिक सदस्य बनाए जा चुके हैं। सीएम मोहन यादव ने इस उपलब्धि पर बधाई दी थी और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और जनता के विश्वास का परिणाम बताया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से जानकारी साझा की थी कि भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत मध्य प्रदेश में अब तक 1,00,14,429 से अधिक लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। उन्होंने दिन-रात परिश्रम करने वाले सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई और अभिनंदन देते हुए उनका आभार प्रकट किया। इस अभियान के अंतर्गत पार्टी ने प्रदेश में व्यापक समर्थन जुटाया है, जो आगामी चुनावों में भाजपा की ताकत को और मजबूत करेगा।