मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में बारिश के बाद की लापरवाही एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन समय रहते टल गया। दरअसल, शहडोल में आपातकाल की 50वीं बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की कार मेन रोड पर खुले नाले में फंस गई। बारिश के चलते नाले के ऊपर पानी जमा था, जिससे यह दिखाई नहीं दिया और उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी अचानक उसमें धंस गई।
स्थानीय लोगों की मदद से बचाव
घटना के समय ओमप्रकाश धुर्वे खुद कार में मौजूद थे और कुछ देर तक बाहर नहीं निकल पाए। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की और किसी तरह से कार को नाले से बाहर निकाला। इस दौरान थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया, क्योंकि विधायक के काफिले में और भी वाहन थे। स्थानीय लोगों की सूझबूझ और तत्परता से बड़ा हादसा टल गया और विधायक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
विधायक ने जताई नाराजगी
घटना के बाद ओमप्रकाश धुर्वे ने प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सड़कों पर इस तरह खुले नाले छोड़ा जाना बेहद लापरवाही है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति न सिर्फ आम लोगों के लिए, बल्कि किसी के लिए भी खतरनाक हो सकती है। “ऐसी व्यवस्थाएं हादसों को आमंत्रण देती हैं,” उन्होंने कहा। मौके पर मौजूद नागरिकों ने भी नाले की शिकायत विधायक से की और बताया कि इस गड्ढे की वजह से पहले भी कई वाहन फंस चुके हैं।
नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस घटना के बाद शहडोल नगर पालिका परिषद की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जब नगर में इतना बड़ा कार्यक्रम हो रहा था, तो सड़क की हालत सुधारने और नालों को ढकने की जिम्मेदारी किसकी थी? यह कोई पहली घटना नहीं है, बारिश के मौसम में शहडोल और अन्य इलाकों से खुले नालों और गड्ढों की वजह से होने वाली दुर्घटनाएं आम बात बन चुकी हैं। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद प्रशासन कोई ठोस कदम उठाता है या फिर मामले को नजरअंदाज कर दिया जाता है।