मध्यप्रदेश की सियासत में बड़ा उलटफेर अब महज़ कुछ ही दिनों की दूरी पर है! 2 जुलाई को बीजेपी अपने नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान करने जा रही है, और राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि वीडी शर्मा की विदाई अब तय मानी जा रही है। संगठन अब 2028 के मिशन की तैयारी में जुट गया है और इसी के तहत नेतृत्व परिवर्तन की पटकथा लिखी जा रही है।
‘आदिवासी कार्ड’ खेलने के मूड में भाजपा
सूत्रों की मानें तो इस बार बीजेपी ‘आदिवासी कार्ड’ खेलने के मूड में है। इस रेस में सबसे आगे चल रहे हैं बैतूल से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके, जिनका नाम अब लगभग फाइनल माना जा रहा है। आदिवासी समाज से आने वाले उईके दो बार के सांसद रह चुके हैं और मोदी सरकार में भी जगह बना चुके हैं। यही कारण है कि संगठन उन्हें 2028 की रणनीति का चेहरा बनाने को तैयार दिख रहा है।
1 जुलाई को होगा नामाकंन 2 होगा ऐलान
1 जुलाई को भोपाल में पहुंचेगें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जो चुनाव प्रभारी भी हैं। उनके सामने ही नए प्रदेश अध्यक्ष का नामांकन होगा और अगले दिन 2 जुलाई को होने वाली वृहद कार्यसमिति की बैठक में बड़े ऐलान की पूरी उम्मीद है। बीजेपी का फोकस अब अगले विधानसभा चुनाव पर है, और पार्टी चाहती है कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पकड़ और मज़बूत की जाए। ऐसे में उईके की ताजपोशी संगठन के सामाजिक और चुनावी समीकरणों को नया आकार दे सकती है। यहीं 2 जुलाई को बीजेपी का नया चेहरा सामने आने वाला है, और इसके साथ ही 2028 की सियासी जंग की उलटी गिनती भी शुरू हो गई है।