MP Board Exam 2025: एमपी बोर्ड ने बरती सख्ती, रिजल्ट समय पर आए, इसलिए कॉपी चेक करने वालों की ऑनलाइन होगी अटेंडेंस

MP Board Exam 2025: माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने इस वर्ष 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में कड़े नियम लागू किए हैं। कई मूल्यांकनकर्ता समय पर समन्वयक केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं, जिसके कारण मंडल ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था शुरू की है। अब प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता को मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचते ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य होगा, ताकि मूल्यांकन कार्य की पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जा सके।

मंडल ने एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जो सभी समन्वयक केंद्रों पर उपलब्ध होगा। इसके तहत, प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता को अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करनी होगी। साथ ही, प्रतिदिन कितनी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया है, यह जानकारी भी सिस्टम में दर्ज करनी होगी। इस डिजिटल व्यवस्था का उद्देश्य मूल्यांकन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुचारू और निगरानी योग्य बनाना है, जिससे परिणाम समय पर और सही तरीके से जारी किए जा सकें।

मंडल ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कोई मूल्यांकनकर्ता ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराता है, तो उसे उस दिन अनुपस्थित माना जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक शिक्षक को प्रतिदिन कम से कम 30 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना अनिवार्य होगा। यह नियम मूल्यांकन प्रक्रिया की गति बढ़ाने और समयबद्ध परिणाम सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू किया गया है। नियमों के उल्लंघन की स्थिति में संबंधित मूल्यांकनकर्ताओं पर कार्रवाई भी की जा सकती है।

दूसरे चरण का मूल्यांकन कार्य शनिवार से शुरू हो चुका है, जो प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक संचालित किया जा रहा है। तीसरे चरण का मूल्यांकन कार्य 31 मार्च से आरंभ होगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल का लक्ष्य है कि अप्रैल के अंत तक सभी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूर्ण कर लिया जाए। इस वर्ष 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम मई के दूसरे सप्ताह में घोषित होने की संभावना जताई जा रही है।

10वीं और 12वीं कक्षा के लगभग 17 लाख छात्रों की लगभग 90 लाख उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने करीब 40 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की है। मूल्यांकन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए मंडल ने सभी समन्वयक केंद्रों को कंप्यूटर सिस्टम और ऑपरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए हैं, ताकि ऑनलाइन उपस्थिति और मूल्यांकन से जुड़ी जानकारी समय पर दर्ज की जा सके।

माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव केडी त्रिपाठी ने बताया कि इस बार से मूल्यांकनकर्ताओं की ऑनलाइन उपस्थिति और प्रतिदिन मूल्यांकित की गई उत्तरपुस्तिकाओं की संख्या दर्ज करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। यह कदम मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और अनुशासन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है, जिससे समय पर और सटीक मूल्यांकन संभव हो सके।