MP Budget Session : एमपी विधानसभा में पेश हुई आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट, वर्ष 2024-25 में GSDP में 11.05% की बढ़ोतरी

MP Budget Session 2025 : मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जारी है और आज सत्र का दूसरा दिन है। सोमवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के साथ सत्र का शुभारंभ हुआ था। आगामी 12 मार्च को मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार बजट पेश करेगी, जिसे लेकर राज्यभर में उत्सुकता बनी हुई है। वहीं, आज सदन में काफी हंगामे की स्थिति देखने को मिली, जहां पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। कांग्रेस विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति अपना रही है। इस बीच, विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी पेश की गई, जो राज्य की आर्थिक स्थिति और विकास दर का आईना है। रिपोर्ट में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GSDP), कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में हुए विकास के आंकड़ों के साथ आगामी वित्तीय वर्ष की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला गया है।

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2024-25 में मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत मिले हैं। वर्ष 2024-25 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) में 11.05% की वृद्धि दर्ज की गई है। जहां वर्ष 2023-24 में GSDP 13,53,809 करोड़ रुपये थी, वहीं वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर 15,03,395 करोड़ रुपये हो गई है। प्रचलित भावों पर प्रति व्यक्ति शुद्ध आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है — जो वर्ष 2011-12 में 38,497 रुपये थी, वह 2024-25 में बढ़कर 1,52,615 रुपये तक पहुंच गई है। स्थिर भावों पर प्रति व्यक्ति आय 70,434 रुपये दर्ज की गई है, जो फिर से 2011-12 की तुलना में लगभग दोगुनी है। यह आंकड़े राज्य की आर्थिक प्रगति, निवेश और विकासशील परियोजनाओं की सफलता को दर्शाते हैं।

आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 में प्राथमिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2023-24 में जहां इस क्षेत्र का राज्य की GSDP में योगदान 44.55% था, वहीं वर्ष 2024-25 में यह घटकर 44.36% रह गया। फसल उत्पादन में भी हल्की गिरावट देखने को मिली है — 2023-24 में यह 31.10% था, जो 2024-25 में घटकर 30.90% हो गया है। हालांकि, पशुधन क्षेत्र में मामूली वृद्धि हुई है — वर्ष 2023-24 में 7.42% से बढ़कर 2024-25 में यह 7.45% पर पहुंच गया। राज्य की कुल GSDP में इस वर्ष 4.11% की वृद्धि का अनुमान जताया गया है। वहीं, दुग्ध उत्पादन की तुलना में अंडा और मांस उत्पादन में अधिक तेजी देखी गई है। बीते वर्ष की तुलना में दूध उत्पादन में 5.98%, अंडा उत्पादन में 9.65%, और मांस उत्पादन में 9.57% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। यह बदलाव कृषि के साथ-साथ पशुपालन और खाद्य उत्पादन के विविधीकरण की ओर संकेत करता है।