मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है। उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिए 5000 नए होमगार्ड जवानों की भर्ती की जाएगी। यह ऐलान उन्होंने भोपाल में होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा तथा आपदा आपातकालीन मोचन बल के 77वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर किया।
इस घोषणा को राज्य सरकार की सिंहस्थ की वृहद तैयारियों और युवाओं को रोजगार से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। इस भर्ती से न केवल सुरक्षा बल को मजबूती मिलेगी, बल्कि हजारों युवाओं को सरकारी सेवा में आने का मौका भी मिलेगा।
स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री की घोषणा
राजधानी भोपाल के मांगलिक परिसर स्थित केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने परेड की सलामी ली और होमगार्ड जवानों द्वारा किए गए हैरतअंगेज प्रदर्शनों को देखा। इस अवसर पर उन्होंने बल के जवानों के साहस और सेवा भावना की सराहना की।
सीएम यादव ने कहा कि होमगार्ड के जवान हर आपदा और मुश्किल घड़ी में, चाहे वह कोरोना महामारी हो या कोई अन्य संकट, हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े रहते हैं। उनका योगदान समाज के लिए अमूल्य है।
सिंहस्थ 2028 की तैयारियों पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विशेष रूप से आगामी सिंहस्थ 2028 का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “उज्जैन में होने वाला सिंहस्थ एक विश्वस्तरीय आयोजन है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। इसकी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए एक प्रशिक्षित और समर्पित बल की आवश्यकता होगी।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि इन 5000 जवानों की भर्ती विशेष रूप से सिंहस्थ की जरूरतों को ध्यान में रखकर की जाएगी और उन्हें इसी के अनुरूप प्रशिक्षित किया जाएगा। यह भर्ती प्रक्रिया राज्य सरकार की दूरगामी योजना का हिस्सा है, ताकि आयोजन को पूरी तरह सुरक्षित और सफल बनाया जा सके।
बल का आधुनिकीकरण और कल्याण
सीएम मोहन यादव ने होमगार्ड बल के गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए कहा कि इसकी स्थापना 1947 में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने की थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार होमगार्ड बल को आधुनिक उपकरणों से लैस करने और जवानों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
यह भर्ती न केवल सिंहस्थ की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी, बल्कि मध्य प्रदेश में रोजगार सृजन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सरकार का लक्ष्य इस महाआयोजन को विश्व स्तर पर एक मिसाल के तौर पर प्रस्तुत करना है।