मध्य प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को ‘पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा’ का शुभारंभ किया। भोपाल के राजा भोज हवाई अड्डे से उन्होंने पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए अब प्रदेश के दो प्रमुख ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर (उज्जैन) और ओंकारेश्वर के बीच की दूरी मिनटों में तय की जा सकेगी।
इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत, राज्य के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ने की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ने खुद पहली उड़ान के यात्रियों को बोर्डिंग पास सौंपे और inaugural flight से उज्जैन के लिए रवाना हुए। इस सेवा का संचालन निजी कंपनी फ्लाईओला (Flyola) द्वारा किया जा रहा है।
उज्जैन से ओंकारेश्वर सिर्फ 40 मिनट में
अब तक सड़क मार्ग से उज्जैन और ओंकारेश्वर के बीच यात्रा में लगभग 3 से 4 घंटे लगते थे। इस हेलीकॉप्टर सेवा के शुरू होने से यह यात्रा महज 40 मिनट में पूरी हो जाएगी। इससे न केवल श्रद्धालुओं का समय बचेगा, बल्कि यात्रा भी अधिक आरामदायक होगी।
सेवा के पहले चरण में भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ा गया है। इसके लिए दो हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिनमें से एक 8-सीटर और दूसरा 6-सीटर है।
जानिए रूट्स और किराया
कंपनी ने विभिन्न रूट्स के लिए प्रति व्यक्ति एक तरफ का किराया निर्धारित किया है, जो इस प्रकार है:
- इंदौर से उज्जैन: ₹5,000
- इंदौर से ओंकारेश्वर: ₹6,000
- भोपाल से उज्जैन: ₹7,000
- भोपाल से ओंकारेश्वर: ₹8,000
यात्रा के समय में भी भारी कमी आएगी। भोपाल उज्जैन 45 मिनट में, भोपाल से ओंकारेश्वर 55 मिनट में और इंदौर उज्जैन 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
कैसे करें बुकिंग?
इस हवाई सेवा का लाभ उठाने के लिए यात्री Flyola एविएशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग प्रक्रिया को सरल रखा गया है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका उपयोग कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेवा पर्यटन के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगी।
पर्यटन का विस्तार है लक्ष्य
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस सेवा का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक स्थलों को जोड़ना नहीं है, बल्कि प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों तक भी पर्यटकों की पहुंच आसान बनाना है। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस सेवा का विस्तार महेश्वर, खजुराहो, कान्हा और बांधवगढ़ जैसे अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों तक किया जाएगा।
इस कदम से मध्य प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर एक नया अध्याय जुड़ गया है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है।