MP News: शहर में पानी की निकासी के लिए बनाई गई लाइन मैं आमतौर पर प्लास्टिक, लकड़ियां, गाद और अन्य चीजें जमा हो जाती है जिस वजह से पानी का बहाव बंद हो जाता है और वह पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैल जाता है। इसकी सफाई करने के लिए नगर निगम कर्मचारी को अंदर उतरना होता है और कई बार ऑक्सीजन और अन्य कारणों से यह जनहानि की वजह भी बनता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने अपने स्टार्टअप आर्क रोबोटिक के तहत एक ऐसा रोबोटिक आर्म तैयार किया है जो 3 मशीनों के मुकाबले अकेला काम करेगा और आसानी से इन लाइन की सफाई कर देगा।इसे इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा आसान है इसे कम पढ़ा लिखा व्यक्ति भी आसानी से ऑपरेट कर सकेगा। यह रोबोट सामने वाले की भाषा में काम करेगा इस रोबोट में टच स्क्रीन एल, वॉइस कमांड और अन्य फीचर रहेंगे जो जिससे ऑपरेटर को इसे चलाने में आसानी होगी। यह रोबोटिक आर्म तीन मशीनों का काम अकेला करेगा। यह जानकारी रोबोटिक आर्क स्टार्टअप के फाउंडर शुभम शर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि इस रोबोटिक आर्म की लंबाई 10 फिट और इसकी चौड़ाई 6 से 7 इंच होती है।
इस आर्म में कई फीचर होते हैं जिसमें इसमें मौजूद जेटिंग पाइप से फ्रेशर से निकलने वाला पानी पानी जमा हुई चीज को आसानी से तोड़ देता है या हटा देता है। इसी के साथ इस आर्म में यह भी फीचर होता है कि यह उस कचरे को सक कर लेता है और बाहर निकाल कर दूसरे टैंक में डाल देता है। वही इसमें मौजूद फीचर की वजह से यह नाले में उपस्थित पत्थर, लकड़ी के टुकड़े और प्लास्टिक को पकड़कर बाहर भी ला सकता है। यह रोबोटिक आर्म इलेक्ट्रिसिटी की मदद से चलाया जाता है। इसे टाटा के एस मॉडल व्हीकल में फिट किया गया है इस वजह से इसे लाने ले जाने में आसानी होती है।
हमने अपने स्टार्टअप को आर्क रोबोटिक नाम दिया है। यह स्टार्टअप हमने हाल ही में शुरू किया है हाल ही में फ्रांस गवर्नमेंट और इंडियन गवर्नमेंट ने स्वच्छता स्टार्टअप चैलेंज रखा था जिसमें पूरे इंडिया से ऐसे 30 स्टार्टअप को सिलेक्ट किया था जो कि स्वच्छता को लेकर काम कर रहे हैं। जिसमें हमारे स्टार्टअप को भी सरकार द्वारा चुना गया था। सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता को लेकर 2.0 और गार्बेज फ्री इनीशिएटिव में हमारे स्टार्टअप को इंक्लूड किया गया है। इसके तहत हम अपनी टेक्नोलॉजी पूरे इंडिया में प्रोवाइड करवाएंगे। अभी वर्तमान में हम इंदौर नगर निगम के साथ कार्य कर रहे हैं और हमारे कार्य की सराहना करते हुए इंदौर नगर निगम ने हमें फर्स्ट प्राइज से नवाजा है। अभी वर्तमान में हमारा 5 रोबोट्स का प्रोडक्शन जारी है इसी के साथ इंडिया की कई मुंसिपल कॉरपोरेशन भी हमसे डील करने के लिए तैयार हैं। हमारे रोबोट की हम ग्राउंड पर टेस्टिंग कर चुके हैं और आने वाले दिनों में हम नगर निगम को यह रोबोट देने वाले हैं जो कि स्वच्छता में इंदौर को हेल्प करेगा।
मेरे साथ को फाउंडर के रूप में राहुल विश्वकर्मा, और जितेंद्र दुबे कार्यरत है। में शाजापुर का रहने वाला हूं मैं इंदौर पढ़ाई करने के लिए आया था शहर के गुजराती कॉलेज से मैंने आईटी में बैचलर ऑफ कंप्यूटर की पढ़ाई पूरी की। रोबोटिक्स को लेकर शुरू से ही मेरी रूचि बहुत ज्यादा थी इसके लिए मैंने रोबोट्स बनाना और इसके बारे में स्टडी करना शुरू किया। मेरी रुचि को देखते हुए मेरी फ्रेंड निशी ने मुझे इस समस्या के बारे में अवगत करवाया।हमने स्टडी कर यह जानना कि मार्केट में ऐसी मशीनें तो उलब्ध है जो सफाई कर दें लेकिन इंसान को अंदर जाने से रोक नहीं पा रही है इसी को ध्यान में रखते हुए हमने एक रोबोटिक आर्म तैयार किया है जिसकी मदद से नाली की सफाई आसानी से की जा सकती है। जिस प्रकार इंसान अंदर उतरकर हर कोने की सफाई कर देता है उसी प्रकार यह आर्म भी अंदर जाकर सारे कौनो कि अच्छे से सफाई कर देता है।