MP News : रक्षाबंधन से पहले CM लाड़ली बहनों को देंगे एक और तोहफा, क्या 1 हजार की जगह मिलने लगेंगे 3000 रुपए, जानें पूरी प्रोसेस

MP News : मध्य प्रदेश में लाडली बहनों को रक्षाबंधन से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़ा उपहार देने की तैयारी में हैं। सीएम शिवराज ने 11 अगस्त की सुबह ट्वीट कर संकेत दिए हैं कि जल्द ही लाडली बहनों को तीन हजार रुपये की राशि दी जाएगी। सीएम शिवराज ने अपने ट्वीट में लिखा है कि बात भरोसे की है, लाडली बहनों को अभी एक हजार दे रहे हैं, जल्दी ही तीन हजार रुपये भी देंगे। जनता बीजेपी के साथ है. दरअसल, सीएम शिवराज ने एक दिन पहले रीवा में लाडली बहना कार्यक्रम में कहा था कि मैं बहनों के रक्षाबंधन को खास बनाने वाला हूं।

मुख्यमंत्री (cm shivraj) ने हजारों हजार बहनों से संवाद करते हुए कहा कि राखी का कच्चा धागा केवल धागा नहीं है यह बहनों का स्नेह और विश्वास है इस विश्वास को मैं टूटने नहीं दूंगा। बहनों के मान-सम्मान और शान में कोई कमी नहीं होने दूंगा। मैं आपका भाई हूं ना मैं आपके बारे में सोच रहा हूं तो क्यों ना आप सब भी राजनैतिक रूप से मुझे मजबूत करो। सरकार को मजबूत करो मोदी जी को मजबूत करो। मैं और पैसे की व्यवस्था कर रहा हूं।

दरअसल, सीएम शिवराज ने ऐलान किया है कि प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में लाड़ली बहना योजना की तीसरी किस्त के 1,209 करोड़ रूपए अंतरित कर दिए गए है। योजना में बहनों को प्रतिमाह दी जा रही एक हजार रुपए की राशि को क्रमश: बढ़ाकर प्रतिमाह 3 हजार रुपए किया जाएगा। हम बहनों को 3 हजार रुपए प्रतिमाह देंगे। रक्षा बंधन के पर्व पर 27 अगस्त को पूरे प्रदेश की बहनों से संवाद के लिए विशेष कार्यक्रम होगा तथा बहनों को उपहार प्रदान किया जाएगा।

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सीएम चौहान का कहना है कि महिला सशक्तिकरण के इसी क्रम में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है। प्रतिमाह बहन बेटियों को राशि उपलब्ध कराने का उद्देश्य यह है कि वे अपनी आवश्यकता और अपनी मर्जी के अनुसार बिना रोक-टोक के पैसा खर्च कर सकें। वे अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहें। गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों की महिलाओं के लिए यह बड़ी राहत है। योजना आरंभ होने के बाद कई बहनों ने इस पैसे से बच्चों की फीस भरी है, उन्हें कपड़े, किताब और अन्य जरूरत का सामान स्वयं खरीद कर दिया है। कई बहनें चाय की दुकान, सिलाई-कढ़ाई जैसे अपने काम आरंभ करने की दिशा में भी पहल कर रही हैं।