MP News: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में दिलदहला देने वाली घटना हो गई है। यहां पर पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से कई लोगों के मरने करने की खबर सामने आई है। इसमें 50 से ज्यादा घर आग की चपेट में आ गए और घटना इलाके में भाग दौड़ के साथ हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड की टीम भी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है।
इंदौर, भोपाल में बनाई गई बर्न यूनिट
जानकारी मिली है कि हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है और 60 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर आ रही है। जिसके चलते इंदौर, भोपाल में बर्न यूनिट बनाई गई है। इसके साथ ही 15 लोगों के गंभीर होने की सूचना मिली है। जिन्हें भोपाल लाया जा रहा है। सभी घायलों को पुलिस प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन से अस्पताल पहुंचाया है।
CM मोहन यादव ने की मुआवजे की घोषणा
हरदा मामले को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुआवजे की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक बता दे मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि हादसे में मरने वाले लोगों के परिवार को चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही मामले की जांच भी लगातार की जाएगी और इसे लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गृह विभाग को निर्देश भी दिए हैं। इसके अलावा घायलों के बेहतर इलाज के लिए भोपाल और इंदौर ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाए गए हैं।
हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद
बता दें हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं। इसके अलावा 50 एम्बुलेंस और पहुंच रही है। भोपाल, इंदौर, बैतूल, होशंगाबाद। भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी तत्काल आपात बैठक बुलाई
जानकारी के मुताबिक बता दे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी तत्काल आपात बैठक बुलाई है और घटना पर राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए हैं। साथ ही आग लगने की घटना के बाद इंदौर में प्रशासन भी अलर्ट पर है। यहां महाराजा यशवंत राव हॉस्पिटल की बर्न यूनिट को तैयार रखा गया है। इसके अलावा बता दे इंदौर से पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस भी हरदा भेजी गई है और कलेक्टर आशीष सिंह ने एम वाई हॉस्पिटल पहुंचकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी है।
सीएम ने जारी किए निर्देश
अफरातफरी के बीच दीवारों में भी दरारें आ गई है साथ ही अस्पताल में भी भगदड़ का माहौल बन गया है। दूसरी और हरदा में हुई इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अचानक बैठक बुलाई है। साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए हैं।