MP News : पिता की तस्वीर के साथ कांग्रेस में शामिल हुए दीपक जोशी, ‘कमल’ को छोड़ अब थामा कमलनाथ का साथ

MP News : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हो चुके है। दीपक जोशी ने अपने सोशल मीडिया के कवर पेज पर पिता जी की तस्वीर लगाई। वह देवास स्थित घर से भोपाल के लिए परशुराम का फरसा लेकर निकले। जोशी ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने के बाद पिता के सम्मान के लिए कांग्रेस ज्वॉइन करने का एलान किया था।

बता दे कि दीपक जोशी समर्थकों के साथ सुबह देवास के खेड़ापति मंदिर में दर्शन करने के बाद भोपाल के लिए रवाना हुए थे। इसके बाद दीपक जोशी ने पूर्व सीएम कमलनाथ के बंगले पर भाजपा पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली हैं। सुबह से ही दीपक जोशी के घर पर उनके समर्थकों की भीड़ जुटने लगी थी। भोपाल रवाना होने से पहले उनके घर पूर्व विधायक सुरेन्द्र वर्मा व शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी सहित कांग्रेस के कई नेता पहुंचे। दीपक जोशी की बड़ी बहन ने उन्हें मंगल तिलक लगाया और भाई को शुभकामनाओं के साथ भोपाल के लिए रवाना किया।

रैली के रूप में भोपाल पहुंचे दीपक ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के हाथों पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान उन्होंने पिता कैलाश जोशी की तस्वीर अपने साथ रखी। कमलनाथ ने उस तस्वीर पर सूत की बनी माला पहनाई। इस अवसर पर दीपक जोशी ने कहा कि मैं जनसंघ का दीपक हूं। 46 साल तक एक ही सीट से मेरे पिता चुनाव जीतते रहे। मेरे पिता ने कहा था कि कभी किसी को दुख दिए बिना राजनीति करना। मुझे पार्टी ने टिकट दिया। मैं पिछली बार चुनाव हार गया। मैंने किसी को कभी कोई दोष नही दिया। आज सरकार जनसंघ की विचारधारा पर नहीं चल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। यह लोगों ने उलटा सुन लिया। इन लोगों के घर पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां हैं। शिवराज जी की संपत्ति साढ़े नो करोड़ रुपये हो गई।

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दीपक जोशी के भाजपा से नाराजगी जाहिर करने के बाद भाजपा ने उनको मनाने में जुट गई। बड़े-बड़े दिग्गजों ने उनको मनाने की कोशिश की, लेकिन वह सब नाकाम रही है। दीपक जोशी ने सभी को मना कर दिया। जोशी ने दावा किया कि उनको अंतिम समय में भाजपा की तरफ से पिताजी के नाम पर सड़क, स्कूल, भवन का नामकरण करने का प्रलोभन भी दिया गया, लेकिन उन्होंने भाजपा छोड़ने का निर्णय ले लिया।

जोशी ने भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हमारी जमीन एक इंच नहीं बढ़ी। इन लोगों के पास बड़ी-बड़ी गाड़ियां कहां से आए गईं। जोशी ने भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा कि उनके पिताजी के स्मारक के लिए कमलनाथ सरकार ने जमीन आवंटित करने में समय नहीं लगाया। दूसरी तरफ भाजपा की सरकार में वह दो साल से चक्कर लगाते रहे, लेकिन स्मारक बनाने के लिए स्वीकृति नहीं दी गई।

अबकी बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला देखा जा सकता है, क्योंकि इस बार सिर्फ भाजपा या कांग्रेस ही नहीं बल्कि पूरी ताकत के साथ आम आदमी पार्टी भी मैदान में आ चुकी है। पिछले दिनों ही आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भोपाल से अपने चुनाव प्रचार का शंखनाथ किया था और प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।