MP News : देश भर में होली का त्यौहार बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। सभी लोग रंगारंग होकर एक दूसरे को रंग लगाते हैं। साथ ही देश भर में धूमधाम से होली का पर्व मनाते हुए देखने को मिलता है। वहीं इसी बीच बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी होली की धूम देखने को मिली। परंपरा अनुसार होली के त्यौहार की शुरुआत शहर में सबसे पहले बाबा महाकाल मंदिर प्रांगण से हुई। जानकारी के मुताबिक बता दे बाबा महाकाल के दरबार में बहुत ही धूमधाम से होली का उत्सव मनाया गया।
साथ ही सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में भक्तों के साथ होली का उत्सव अलग ही देखने को मिला। यहां सभी ने बाबा की भक्ति में लीन होकर अबीर गुलाल और फूलों के साथ होली मनाई। साथ ही रंग गुलाल ऐसे उड़ा की बाबा का दरबार रंगों से सराबोर हो गया। सभी तरफ रंग और फूल ही नजर आए। वही खास बात तो यह है कि उज्जैन में सभी त्योहारों की शुरुआत बाबा महाकाल के आंगन से शुरू की जाती है।
वहीं परंपरा अनुसार होली का पर्व भी बाबा के साथ होली खेल कर शुरू किया गया। वहीं परंपरा अनुसार भस्म आरती में बाबा महाकाल को रंग गुलाल लगाया गया। साथ ही फूलों से भी होली खेली गई और बाबा महाकाल के साथ-साथ भक्त भी होली की भक्ति में लीन होकर अबीर गुलाल और फूलों के साथ होली खेलते हुए नजर आए। बता दे बाबा महाकाल के दर पर खेली जाने वाली होली में हजारों की संख्या में भक्ति शामिल होते है।
वही 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में ही भस्म आरती की परंपरा है और यहां पर भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के साथ फूलों और रंगों से होली खेली गई। रोजाना सुबह 4 बजे बाबा महाकाल को भस्म चढ़ाई जाती है। परंपरा अनुसार दिवाली हो या होली हो या गुड़ी पड़वा हर त्योहार बाबा महाकाल के दरबार में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।