MP News: सावन महीने की शुरुआत से पहले ही ओमकारेश्वर मंदिर में भक्तों के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। ओमकारेश्वर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है। ओमकारेश्वर में आपको नर्मदा मैया के अलावा कई प्राचीन मंदिर देखने को मिल जाएंगे जहां पर हमेशा श्रद्धालुओं का ताता लगा हुआ रहता है दूर-दूर से लोग यहां पर आस्था श्रद्धा के साथ में ज्योतिर्लिंग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
हाल ही में मंदिर के गर्भ ग्रह में प्रवेश के लिए चांदी का द्वार लगाया गया है। जिसके बाद अब भक्तों को नए स्वरूप में मंदिर नजर आएगा। दरअसल, 35 साल पुराना चांदी का द्वार क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद अब नया द्वारा लगाया जा रहा है। यह द्वार 30 किलो चांदी से बनाकर तैयार किया गया है। इस द्वार को बुधवार सुबह भोलेनाथ की पूजा के बाद भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर ट्रस्ट को करीब 30 किलो से ज्यादा चांदी दान की गई थी। उसी चांदी का इस्तेमाल करके मंदिर का द्वार बनाकर तैयार करवाया गया है। इसे इंदौर के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है।
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सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है ऐसे में ओंकारेश्वर मंदिर में भक्त भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं। मंदिर ट्रस्ट भक्तों की सुविधाओं को देखते हुए और मंदिर को नया स्वरुप देने के लिए लगातार प्रयास में जुटा हुआ है। ओंकारेश्वर का नाम ओमकारा से लिया गया है। ये शिव जी का ही नाम है। ये 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं। इसे काफी ज्यादा चमत्कारी माना गया है। हर साल हजारों भक्तों द्वारा यहां भगवान के दर्शन किए जाते हैं। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के आसपास पूरा क्षेत्र पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां का प्राकृतिक नजारा लोगों का दी जीत लेता हैं।