मध्य प्रदेश के दमोह से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सावन के पवित्र महीने में जहां पूरे देश में धार्मिक आस्था का माहौल है, वहीं दमोह जिले के पठानी मोहल्ला इलाके में एक युवक को सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि वह शिव मंदिर के सामने मांस की दुकान का विरोध कर रहा था। मृतक का नाम राकेश रैकवार था।
मां को डॉक्टर दिखाने ले जा रहा था बेटा, रास्ते में रौंद डाला
राकेश की मां नन्नी बाई ने बताया कि उनका बेटा उन्हें डॉक्टर के पास ले जा रहा था। रास्ते में अजमेरी गार्डन के पास एक तेज रफ्तार कार आई और राकेश को कुचलकर चली गई। मां किसी तरह बच गई, लेकिन राकेश की मौके पर ही मौत हो गई। जांच में सामने आया कि कार चला रहा युवक अकील खान था, जिसने अपने पिता नासिर खान के इशारे पर यह घटना अंजाम दी।
तीन साल से मंदिर के सामने बिक रहा था मांस
राकेश के भाई बब्लू रैकवार ने बताया कि अजमेरी गार्डन के पास स्थित हजारी की तलैया से सटा एक ऐतिहासिक शिव मंदिर है, जहां लोग बड़ी श्रद्धा से पूजा करने जाते हैं। इसी मंदिर के सामने अकील और उसके पिता नासिर पिछले तीन सालों से मांस की दुकान चला रहे थे। इस बात का कई बार मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। राकेश इस विरोध का नेतृत्व कर रहा था। शुक्रवार को इसी बात को लेकर राकेश और नासिर के बीच झगड़ा हुआ, और उसी दिन देर शाम राकेश को जानबूझकर कार से कुचल दिया गया।
पुलिस ने किया खुलासा, हत्या के आरोप में केस दर्ज
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की। एडिशनल एसपी सुजीत भदौरिया ने बताया कि मौके के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि साजिशन की गई हत्या है। मृतक की मां की शिकायत के आधार पर अकील खान और उसके पिता नासिर खान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।
आरोपी हिरासत में, अवैध निर्माण पर भी कार्रवाई शुरू
पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और वारदात में इस्तेमाल की गई कार को भी जब्त कर लिया गया है। साथ ही मंदिर क्षेत्र में बने अवैध निर्माण और मांस की दुकान को लेकर भी प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। फिलहाल इलाके में पुलिस बल तैनात है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति न हो।