सांसदों की शपथ, 18th Lok Sabha में नरेंद्र मोदी ने ली शपथ

स्वतंत्र समय, नई दिल्ली

18वीं लोकसभा ( 18th Lok Sabha ) का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ, उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पीएम मोदी लोकसभा सदस्य की शपथ लेने पोडियम पर आए तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उन्हें संविधान की कॉपी दिखाई। बाद में हाथ जोडक़र दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया।

18th Lok Sabha में शपथ के दौरान नीट-नीट, शेम-शेम

मोदी के बाद उनकी कैबिनेट के लोकसभा ( 18th Lok Sabha )  सांसदों ने शपथ ली। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने नीट-नीट, शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष नीट पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है। सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंचे पीएम मोदी ने कहा- देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। देश को एक जिम्मदार विपक्ष की जरूरत है। इससे पहले भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।

पीएम मोदी ने किया इमरजेंसी का जिक्र, बोले- संसद ड्रामे से नहीं चलेगी

संसद सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने परिसर के बाहर प्रेस को संबोधित किया। पीएम ने कहा- 25 जून न भूलने वाला दिन है। इसी दिन संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था। भारत को जेलखाना बना दिया गया था। लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था। दरअसल, 25 जून को देश में आपातकाल के 50 साल पूरे हो रहे हैं। पीएम ने आगे विपक्ष से सहयोग की बात कही और कहा- संसद ड्रामे और स्लोगन से नहीं चलती है।

जेपी नड्डा बने राज्यसभा में नेता, अब तीन पद संभालेंगे

केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से सांसद बन गए हैं। वह पहले राज्यसभा में यह जिम्मेदारी निभाग रहे थे। जेपी नड्डा पिछले चार साल से राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरी बार लगातार एनडीए की सरकार बनने के बाद उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिमरिषद में स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा मिला है। अब उनको राज्यसभा के नेता सदन जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई है।

एनडीए के लिए आसान नहीं होगा स्पीकर चुनाव… इंडिया से मिलेगी कड़ी टक्कर

सोमवार को संसद में सत्र में प्रोटेम स्पीकर ने सभी नवर्निवाचित सांसदों को शपथ दिलाई। इस दौरान विपक्ष ने नीट का मुद्दा सदन में उठाकर जमकर हंगामा किया। आने वाले दो दिनों में सरकार और विपक्ष की लड़ाई लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर तेज हो जाएगी। एनडीए के लिए इस बार स्पीकर का पद हासिल करना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि भाजपा अपने सहयोगियों के भरोसे पर है। रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने स्पीकर पद को लेकर इंडिया गठबंधन की मंशा को साफ करते हुए कहा कि 26 जून को स्पीकर पद के लिए एनडीए के खिलाफ हम चुनाव लड़ेंगे। प्रेमचंद्रन ने कहा कि सदन की यह सहमति है कि सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर के रूप में चुना जाना चाहिए या मनोनीत किया जाना चाहिए, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोडिकुन्नील सुरेश के कांग्रेस से होने के कारण उन्हें प्रोटेम स्पीकर नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हम अध्यक्ष पद के साथ-साथ उपाध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव लड़ेंगे। अगर, सरकार की विपक्षी दलों के साथ चर्चा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर आम सहमति नहीं बनती है, तो हम निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे।

भाजपा ने छीनी संवैधानिक संस्थाओं की आजादी

उन्होंने कहा कि आपातकाल पर पीएम मोदी की टिप्पणी पर प्रेमचंद्रन ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 वर्षों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। इन संस्थाओं की आजादी छीन ली गई है। उन्होंने कहा कि संविधान को बदलने की सरकार की मंशा थी, इसलिए संविधान की रक्षा और सुरक्षा के लिए विपक्ष ने प्रतीकात्मक रूप से संविधान को अपने पास रखा है।