MP में स्कूलों की छुट्टियां, निजी स्कूलों में 24 दिसंबर से क्रिसमस ब्रेक, सरकारी स्कूलों में 31 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश

मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ ही स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है। हालांकि, इस बार निजी और सरकारी स्कूलों की छुट्टियों की तारीखों में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। प्रदेश के अधिकांश निजी स्कूल जहां क्रिसमस के मौके पर 24 दिसंबर से छुट्टियां दे रहे हैं, वहीं स्कूल शिक्षा विभाग ने शासकीय विद्यालयों के लिए 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक अवकाश घोषित किया है।

इस अलग-अलग शेड्यूल के कारण अभिभावकों में थोड़ी भ्रम की स्थिति है, खासकर उन परिवारों में जिनके बच्चे निजी और सरकारी दोनों तरह के स्कूलों में पढ़ते हैं। निजी स्कूलों में छुट्टियां लंबी और क्रिसमस पर केंद्रित हैं, जबकि सरकारी स्कूलों का अवकाश नए साल के आसपास रहेगा।

निजी स्कूलों में 24 दिसंबर से अवकाश

राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई बड़े शहरों में मिशनरी और सीबीएसई से जुड़े निजी स्कूलों ने अपने शीतकालीन अवकाश का ऐलान कर दिया है। जानकारी के अनुसार, अधिकांश निजी स्कूलों में 24 दिसंबर से छुट्टियां शुरू हो जाएंगी जो 1 या 2 जनवरी तक चलेंगी।

इन स्कूलों में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, जिसके चलते अवकाश की शुरुआत 25 दिसंबर से ठीक पहले हो रही है। भोपाल के प्रमुख स्कूलों जैसे दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS), सागर पब्लिक स्कूल (SPS) और सेंट जोसेफ को-एड स्कूल ने लगभग 8 से 10 दिनों की छुट्टी की घोषणा की है। स्कूल अब नए साल में 2 या 3 जनवरी को फिर से खुलेंगे।

सरकारी स्कूलों में 31 दिसंबर से छुट्टियां

दूसरी ओर, मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए एक समान अवकाश कैलेंडर जारी किया है। विभाग के आदेश के मुताबिक, इन स्कूलों में शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर 2024 से शुरू होकर 4 जनवरी 2025 तक चलेगा।

इस तरह सरकारी स्कूलों के छात्रों को कुल 5 दिनों की छुट्टी मिलेगी। विभाग का यह आदेश सभी शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों पर लागू होगा। स्कूल 5 जनवरी को रविवार होने के कारण 6 जनवरी से नियमित रूप से खुलेंगे।

क्यों है तारीखों में यह अंतर?

निजी और सरकारी स्कूलों की छुट्टियों में अंतर का मुख्य कारण उनका अकादमिक कैलेंडर और संबद्धता है। कई निजी स्कूल, विशेषकर मिशनरी स्कूल, अपने कैलेंडर में क्रिसमस को प्रमुखता देते हैं। वहीं, सीबीएसई से जुड़े स्कूल भी अपने स्तर पर छुट्टियों का फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होते हैं।

इसके विपरीत, सरकारी स्कूल राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए एक समान कैलेंडर का पालन करते हैं। विभाग ने इस बार शीतकालीन अवकाश को साल के अंत और नए साल की शुरुआत के साथ जोड़ा है, जबकि ग्रीष्मकालीन अवकाश लंबा होता है।