स्वतंत्र समय, भोपाल
एमपी में शहरों की तर्ज पर अब सडक़ों का भी मास्टर प्लान ( master plan ) तैयार किया जाएगा। राज्य का अपना सडक़ मास्टर प्लान -विजन 2047 तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने गुजरात, तेलंगाना की सडक़ों का अध्ययन किया था, जिसमें गुजरात का प्लान सही माना है। इससे मप्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और सुव्यवस्थित सड़Þक निर्माण किया जाएगा।
master plan में 2047 का खाका किया जा रहा तैयार
सूत्रों के अनुसार, सड़क मास्टर प्लान ( master plan ) विजन 2047 की योजना का खाका तैयार किया जा रहा है। योजना में विभाग की मंशा है कि ही तहसील और जिले करे टू-लेन सडक़ों से जोड़ा जाएगा। जबकि प्रमुख राजस्व संभाग को फोर लेन सडक़ों से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा योजना में नदी के ढलानों पर पुल बनाने और प्रमुख शहरों में फ्लाईओवर, रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इस काम के लिए विभाग एशियाई विकास बैंक, नाबार्ड, वल्र्ड बैंक सहित राज्य के बजट और अन्य संस्थानों से धन जुटाने की योजना बना रहा है। इस कार्य को पूरा करने जल्द एक सलाहकार भी नियुक्त किया जाएगा।
स्थानीय मांग पर बनेगी सड़कें
सडक़ मास्टर प्लान में मौजूदा सडक़ों से हटकर स्थानीय मांग के आधार पर तदर्थ सडक़ का निर्माण किया जाएगा। यह दृष्टिकोण राशि के अधिक विवेकपूर्ण उपयोग को सुनिश्चित करेगा और बेहतर नियोजन की सुविधा, मप्र की अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देगा। मास्टर प्लान के तहत सडक़ों का जाल औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच बनाएगा। इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए पीएम गति शक्ति पोर्टल के साथ एकीकृत किया जाएगा।
एमडीआर की सडक़ें भी होंगी शामिल
नए मास्टर प्लान के हिसाब से प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग, एमडीआर की सडक़ें, जिला मुख्य मार्ग के साथ ही ग्रामीण सडक़ों से इनकी कनेक्टविटी बढ़ाई जाएगी। जिससे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को कम किया जा सके। पीडब्ल्यूडी के ईएनसी केपीएस राणा ने बताया कि राज्य के सडक़ मास्टर प्लान विजन-2047 को पूरा करने के लिए जल्द एक सलाहकार की नियुक्ति की जाएगी। प्लान एक बार तैयार हो जाने पर योजना में एक अच्छी तरह से संरचित और कुशल सडक़ों का नेटवर्क मप्र में तैयार होगा, इससे प्रदेश के विकास में वृद्धि होगी। यह मास्टर प्लान करीब छह माह के भीतर तैयार कर लिया जाएगा।