Mp Tourism : मध्यप्रदेश के किलों की कहानी, ये है सांस्कृतिक गौरव के प्रमुख पहलु

Mp Tourism : मध्यप्रदेश भारत का एक प्रमुख राज्य है और यहाँ पर कई महत्वपूर्ण किले हैं जो राज्य के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रकट करते हैं। यहाँ पर कुछ प्रमुख किलों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

ग्वालियर किला

ग्वालियर किला मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में स्थित है और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इसे इंडियन फोर्ट कहा जाता है और यह किला गुज़र प्रतिहार राजवंश के राजाओं का महल था। इसका निर्माण 8वीं शताब्दी में हुआ था और इसकी विशेषता उसकी भारतीय शैली के स्थापत्य कला में है।

भोपाल किला

भोपाल किला, जिसे भोपाल किला भी कहा जाता है, मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में स्थित है। यह किला मुग़ल साम्राज्य के समय में बनाया गया था और इसका निर्माण नवाब दौलत राव स्की द्वारा कराया गया था। यह किला मुग़ल और हिन्दू शैली की संरचना का अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करता है।

असीरगढ़ किला

असीरगढ़ किला मध्यप्रदेश के जाबलपुर जिले में स्थित है और यह किला गोंद राजवंश के समय में बनाया गया था। इसका नाम इसकी स्थिति के आधार पर है, क्योंकि यह किला नर्मदा नदी के किनारे पर स्थित है।

चंद्रगुप्त फोर्ट

चंद्रगुप्त फोर्ट, जिसे पूरा नाम बदामी फोर्ट भी है, मध्यप्रदेश के बदामी जिले में स्थित है। यह किला गुप्त राजवंश के समय में बनाया गया था और चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नाम पर रखा गया था।

दिल्ली गेट

दिल्ली गेट, भोपाल के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, और इसका निर्माण ब्रिटिश साम्राज्य के समय में किया गया था। यह गेट भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्मारक के रूप में भी महत्वपूर्ण है।

इन्हीं किलों में से कई महत्वपूर्ण किले मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा हैं, और वे पर्यटन के दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।