MP Tourism : इंदौर से 45 किमी दूर बसा है बेहद ही खूबसूरत स्थान, आप भी जरूर करें दीदार, यहां से हुआ है कई नदियों का उद्गम

MP Tourism : मध्यप्रदेश भारत के मध्य में स्थित शानदार पर्यटन स्थलों में से एक है। मध्य प्रदेश को भारत के दिल की धड़कन भी कहा जाता है। क्योंकि यहां के पर्यटन स्थल पर्यटकों का दिल चुरा लेते हैं। यहां पर प्रति वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी प्रकृति की सुंदरता का दीदार करने आते हैं। भारत का सबसे कम आबादी वाला यह राज्य अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। ऐसे में यदि आप घूमने की योजना बना रहे हैं तो एक बार मध्य प्रदेश के इन शानदार पर्यटन स्थलों का दीदार अवश्य करें। अगर आप भी इंदौर में आए हुए है या फिर इंदौर घूमने आने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको इंदौर से करीब 45 किलोमीटर दूर इंदौर-मुंबई राजमार्ग पर स्थित एक खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां आप गर्मियों में घूमने के लिए जा सकते हैं।

इंदौर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित जानापाव बेहद खूबसूरत है। इसे जानापाव कुटी के नाम से भी जाना जाता है। इस जगह पर ऋषि जमदग्नि रहा करते थे। कहा जाता है कि इसी जगह पर परशुराम का जन्म हुआ था। इसलिए यहां की मान्यता काफी ज्यादा है। लोग दूर-दूर से यहां बने महादेव के मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं।

यह वहीं जगह है जहां से साढ़े सात नदियों का उद्गम हुआ था। यह सभी नदियां बड़ी नदियों में जाकर मिली है। हालांकि वह सब सुख गई है। लेकिन अब उसे वापस से जीवित करने के लिए वन विभाग प्रयास में जुटा हुआ है। घूमने के लिए हाथी की जगह बेहद खूबसूरत है। अगर आप कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो इस जगह का दीदार करने जा सकते हैं। यहां आपका मजा दुगना हो जाएगा।

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इतना ही नहीं इस जगह पर कई सारी जड़ी बूटियां भी पाई जाती है जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। गर्मी और सर्दी और दोनों के मौसम में यहां घूमने आना सबसे सही माना जाता है। क्योंकि खुली हवा के बीच प्राकृती को निहारना एक अलग ही बात होती है। पहाड़ी के शिखर से यह नजारा बेहद ही आकर्षक दिखाई देता है। जितनी खूबसूरत यह जगह है उससे कई गुना ज्यादा खूबसूरत यहां तक पहुंचने का रास्ता है।

ये जगह बेहद खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। खास बात ये है कि ये विद्यांचल पर्वत माला पर बसी हुई है। यहां से कई नदियों का उद्गम हुआ है जो देश के कई भागों के लिए जीवनदायिनी साबित हुई है। इस जगह पर ही ऋषि जमदग्नि ने तपस्या की थी। इतना ही नहीं इस जगह पर भगवान विष्णु ने भी अवतार लिया था। यहां पर एक भगवान विष्णु का छोटा सा मंदिर भी मौजूद है।