MP Tourism: विश्व में प्रसिद्ध है बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, यहां का इतिहास जानकर हो जाएंगे हैरान

MP Tourism: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश सुंदरता के मामले में जरा भी कम नहीं है। मप्र ये अपने भीतर कई नेचुरल चीजों को समाए हुए हैं। यहां पर दूर-दूर से टूरिस्ट घूमने के और छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं। मध्यप्रदेश में बड़े-बड़े झरनों के साथ ही कई चर्चित हिल स्टेशन भी उपस्थित हैं जहां का नजारा एक बार में ही लोगों का मन मोह लेता है यहां पर हमेशा ही पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है।

ऐसे में अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको मध्यप्रदेश की उन लोकप्रिय जगहों के विषय में बताने जा रहे हैं। जिनके बिना आपका सफर इनकंप्लीट माना जा सकता हैं। वैसे तो मध्यप्रदेश में देखने के लिए काफी कुछ है। लेकिन आज हम आपको प्रदेश के कुछ ऐसे विश्व प्रसिद्ध हिल स्टेशन के विषय में बताने जा रहे हैं। जो एक ही बार में आपका दिल जीत लेंगे। आज हम आपको मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बारे में बताने जा रहे हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों, वन्य प्राणियों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां देश के अलावा विदेशी लोग भी घूमने के लिए आते हैं।

जानकारी के मुताबिक, 1968 में बांधवगढ़ को नेशनल पार्क के रूप में जाना जाने लगा। बाघों के लिए ये जगह बेहद प्रसिद्ध है। भारत के सबसे ज्यादा बाघ इसी जगह आए जाते हैं। सिर्फ बाघ ही नहीं आपको बांधवगढ़ में तेंदुआ, हिरन और भी कई अन्य जिव जंतु का दीदार करने का मौका यहां मिल जाता है। इस रिज़र्व में कई दुर्लभ वन्यजीव भी पाए जाते हैं। खास बात ये है कि यहां पर चिड़ियों की 250 प्रजाति, स्तानापाई की 37 प्रजाति और तितलियों की करीब 80 प्रजाति मौजूद है। इतना ही नहीं कई तरह के सरीसृप भी यहां मौजूद है।

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अगर आप भी मध्यप्रदेश में है और यहां आने का प्लान बना रहे हैं तो आपको बाघ के साथ दूसरे जानवरों और प्रकृति को करीब से देखने के लिए करीब तीन दिन यहां बिताने होंगे। आपको बता दे, मध्यप्रदेश अपने 9 नेशनल पार्क और 25 अभ्यारण्य पर खूब इतराता है। इनमें से सबसे ज्यादा फेमस बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व है। बांधवगढ़ पहाड़, बांधवगढ़ की प्राचीन गुफाएं, ताला गांव, क्लाइंबर्स प्वाइंट, घारपुरी डैम, शेष शैय्या और घोराडेमांव जलप्रपात आपस में मिलकर बांधवगढ़ पर्यटन को समृद्ध बना देते हैं। बांधवगढ़ मध्यप्रदेश का एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है।

आपको बता दे, बांधवगढ़ को सफेद बाघों का मूल निवास माना जाता है। यहां धीरे-धीरे बाघों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन पहले ये संख्या काम हो गई थी क्योंकि यहां लोग शिकार पर आया करते थे। जी हां इतिहास की माने तो यहां रीवा के महाराज बांधवगढ़ का इस्तेमाल शिकार के लिए करते थे। इस बात का साबुत यहां की एक पहाड़ी है जिस पर किला बना हुआ है। ये किला बांधवगढ़ जंगल पर हावी नजर आता हैं। इस जगह को पहले नेशनल पार्क के नाम से जाना जाता था ऐसे में यहां दुनियाभर के शिकारी शिकार करने के लिए आते थे। हालांकि अब शिकार करने पर रोक है।