MP Tourism: मध्य प्रदेश के इस शहर में मौजूद हैं दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, आज भी चल रहा है मंदिर का कार्य

MP Tourism: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश सुंदरता के मामले में जरा भी कम नहीं है। मप्र ये अपने भीतर कई नेचुरल चीजों को समाए हुए हैं। यहां पर दूर-दूर से टूरिस्ट घूमने के और छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं। मध्यप्रदेश में बड़े-बड़े झरनों के साथ ही कई चर्चित हिल स्टेशन भी उपस्थित हैं जहां का नजारा एक बार में ही लोगों का मन मोह लेता है यहां पर हमेशा ही पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है।

ऐसे में अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको मध्यप्रदेश की उन लोकप्रिय जगहों के विषय में बताने जा रहे हैं। जिनके बिना आपका सफर इनकंप्लीट माना जा सकता हैं। वैसे तो मध्यप्रदेश में देखने के लिए काफी कुछ है। लेकिन आज हम आपको प्रदेश के कुछ ऐसे विश्व प्रसिद्ध हिल स्टेशन के विषय में बताने जा रहे हैं। जो एक ही बार में आपका दिल जीत लेंगे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देते हैं जिसका इतिहास सालों पुराना है। भोपाल से 32 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद भोजेश्वर महादेव बहुत ही प्रसिद्ध है।

भोजपुर में मौजूद यह मंदिर बहुत ही आकर्षक है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे विशाल है। यहां मौजूद भोलेनाथ का खड़े होकर ही जलाभिषेक किया जा सकता है और जलाधारी पर जल डालकर भोलेनाथ को अर्पित किया जाता है।भोजपुर का ये शिव मंदिर उत्तर भारत के सोमनाथ के नाम से जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक 11 वीं सदी में परमार वंश के राजा भोज ने इस मंदिर को बनवाया था। धार्मिक मान्यताओं में इसे पांडव काल के दौरान बनाए जाने की जानकारी भी मिलती है। इतिहासकारों के मुताबिक यह ऐसा इकलौता शिवलिंग है जिसे एक ही पत्थर से बनाया गया है।

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इतिहासकारों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में किया जाना था। सूर्योदय हो जाने तक इस मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हुआ और यह आज भी उसी स्थिति में है। इस बारे में कोई साक्ष्य तो नहीं है लेकिन यही कहा जाता है कि उस दिन के बाद से आज तक इस मंदिर का निर्माण अधूरा ही है। इस मंदिर का जो अधूरा बना हुआ गुंबद है वही इस बात का सबूत माना जाता है कि सूर्योदय तक इसका निर्माण पूरा नहीं हुआ था इसलिए यह अब तक अधूरा है।

मंदिर का प्रवेश द्वार भी हिंदू भवनों के मुकाबले काफी बड़ा है। यहां के दृश्य बहुत ही मनोरम है जिन्हें देखने के लिए अक्सर ही श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर तो यहां भक्तों की बहुत भीड़ पड़ती है। हर साल की तरह इस साल भी सरकार यहां भोजपुर उत्सव का आयोजन करेगी और बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ यहां देखने को मिलेगी।