MP Ujjain News: मध्य प्रदेश में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित तिरंगा यात्रा के दौरान एक नया विवाद खड़ा हो गया है। उज्जैन जिले के खाचरौद क्षेत्र में हुई इस यात्रा में बीजेपी सांसद अनिल फिरोजिया द्वारा तिरंगा उल्टा पकड़ने की घटना सामने आई है, जिससे राजनीतिक हलकों में बहस तेज हो गई है।
सांसद फिरोजिया की गंभीर चूक
तिरंगा यात्रा के दौरान उज्जैन से लोकसभा सांसद अनिल फिरोजिया को राष्ट्रीय ध्वज को गलत दिशा में पकड़े देखा गया। वे पूरे कार्यक्रम में उल्टा तिरंगा हाथ में लिए आगे चलते नजर आए। उनकी यह गलती कैमरे में कैद हो गई, और तस्वीरें तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गईं।
कार्यक्रम का उद्देश्य था देशभक्ति का संदेश
यह यात्रा भारतीय सेना की सफलता और सैनिकों के सम्मान में आयोजित की गई थी। भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में ऐसी यात्राओं का आयोजन किया है। खाचरौद की इस रैली में बीजेपी विधायक डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान सहित कई वरिष्ठ नेता और युवा कार्यकर्ता शामिल थे।
तिरंगे के अपमान को लेकर जन आक्रोश
राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा पकड़े जाने को लेकर आम जनता और सामाजिक संगठनों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि तिरंगा हमारी अस्मिता का प्रतीक है और उसका ऐसा अपमान अस्वीकार्य है। भारतीय ध्वज संहिता के मुताबिक तिरंगे को उल्टा दिखाना गलत माना जाता है।
कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा—‘देशभक्ति का दिखावा’
विपक्षी दल कांग्रेस ने इस चूक को लेकर भारतीय जनता पार्टी को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जो लोग खुद को सबसे बड़ा देशभक्त बताते हैं, वे तिरंगे जैसे पवित्र प्रतीक का भी सम्मान नहीं कर पा रहे। कांग्रेस ने इसे राष्ट्रध्वज का अपमान करार दिया।
अब तक सांसद की चुप्पी बरकरार
इस पूरे प्रकरण पर सांसद अनिल फिरोजिया की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। न तो उन्होंने माफी मांगी है और न ही सफाई दी है, जिससे सवाल और भी गहरे होते जा रहे हैं।