MP WeatherToday : प्रदेश में एक बार फिर से मानसून सक्रिय होने के साथ किसानों के चेहरे पर ख़ुशी देखने को मिली हैं। दरअसल मौसम विभाग ने भारी से तूफानी वर्षा का अलर्ट जारी कर दिया हैं। ऐसे में प्रदेशभर के किसानों के हँसते और खिल खिलाते चेहरों ने सब कुछ बयां कर दिया हैं। साथ ही किसानों की फसलों पर बारिश न होने से पड़ने वाले दुष्परिणामों का कल खात्मा हुआ। वहीं कल शाम से शुरू हुई भयंकर वर्षा ने फसल को बर्बाद होने से बचा लिया। साथ ही मौसम विशेषज्ञों ने फिलहाल बारिश के यूंहीं बरक़रार रहने का अनुमान जताया हैं। धार, इंदौर, खरगौन, अलीराजपुर, टीकमगढ़, बालाघाट, देवास जिलों में तूफानी बरसात का ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगो को सतर्क रहने का मशविरा दे दिया हैं। वहीं, प्रदेश के अन्य 27 जिलों में वृष्टि का सामान्य से जोरदार बरसने का दृश्य देखने को मिलेगा।

वैसे अभी मौसम में कोई बड़े बदलाव के आसार नहीं जताए गए हैं। प्रदेश भर में आगामी कुछ दिनों तक वर्षा की आशंका बनी रहेगी। दरअसल इस मध्य वर्षाऋतु के हालातों में हुई फेरबदल कई सारे विपरीत प्रभाव भी दिखने वाली सिद्ध होगी। जिसके कारण अब तक न्यूनतम से 19 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। आपको बता दें की मानसून पर काफी समय से विराम लगा हुआ था। जिसके परिणामस्वरुप कृषकों और जनता को अनेको प्रकार की तकलीफो का सामना करना पड़ रहा था।

आगे भी जारी रहेगा भारी वृष्टि का दौर

दरअसल मौसम विषेशज्ञों के अनुसार कभी जमकर तो कभी न्यून लेकिन वर्षा का चरण लगातार बना रहने वाला हैं। वहीं शनिवार रविवार को जबलपुर, सागर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, ग्वालियर, समेत रीवा व शहडोल संभागों में अधिकतर स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की आशंका भी जताई गई हैं। इस बीच छिटपुट इलाकों में तूफानी वर्षा भी हो सकती है।

वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में धार, इंदौर, खरगोन, अलीराजपुर, टीकमगढ़, बालाघाट और देवास जिले में भारी वर्षा और गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान जताते हुए आरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया है।

चार मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय

मौसम कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि अभी मौजूदा समय में दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर हवा के ऊपरी हिस्से में साइक्लोन घेरे का निर्माण हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर,जोधपुर, भोपाल, रायपुर, पुरी से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इन दो वेदर सिस्टमों के असर से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का मौसम देखने को मिल रहा हैं।

साथ ही अभी भी जनता को बीच में कभी तूफानी तो कभी बूंदाबांदी वाली वर्षा को झेलना पड़ सकता हैं। इसी के साथ बारिश का दौर15-16 सितंबर तक बना रह सकता है। छत्तीसगढ़ पर बने साइक्लोन के विदर्भ से होकर दक्षिणी मध्य प्रदेश की ओर आगे चलने का अंदेशा जताया गया है। इस वजह से इस वेदर सिस्टम को अरब सागर से भी दवाब मिलने लगा हैं। जिसके कारण फिर से बारिश का आगाज हुआ हैं।

किसानों के लटके चेहरों पर लौटी चमक

जहां एक ओर इंद्रदेव से नाराज चल रहे किसान अपना लटका हुआ मुंह लेकर भगवान से बरखा की गुजारिश कर रहे थे। अब उनके फेस पर हंसी देखी जा सकती हैं।दरअसल कल शाम से मेघ हैं कि निरंतर बरसें जा रहे हैं। जिससे प्रदेश के किसानों को भी बड़ी राहत और ख़ुशी मिली है। वहीं अगस्‍त माह के सूखे के कारण सोयाबीन, धान और मक्का की फसल को भरे बर्बादी का भी सामना करना पड़ा था। वहीं इस वर्षा से फसलों को जीवनदान भी मिला हैं।