MP Weather : मध्य प्रदेश में फिर बरसेंगे बादल, इन आठ जिलों में तेज बारिश का अलर्ट, जानें कैसा रहेगा आज का मौसम

MP Weather : मौसम विभाग ने बुधवार को इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत मध्य प्रदेश के 31 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से दक्षिणी हिस्से के बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, सिवनी और पांढुर्णा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में मौसम की गंभीरता को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

मध्य प्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को आधे प्रदेश 31 जिलों बारिश होने की संभावना है। वहीं बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। राजधानी भोपाल में सुबह से धूप छांव चल रहा है। लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) के असर से अगले 3 दिन प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को इंदौर, उज्जैन-जबलपुर समेत प्रदेश के 31 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। दक्षिणी हिस्से के बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, सिवनी और पांढुर्णा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। सीहोर, खंडवा, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, छिंदवाड़ा, मंडला, और बालाघाट में भारी बारिश की संभावना है। साथ ही, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, शाजापुर, आगर-मालवा, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, और सागर जिलों में तेज बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का अनुमान है। यह बारिश सितंबर में चौथी बार सक्रिय हुए स्ट्रॉन्ग सिस्टम के कारण हो रही है, जिससे कई जिलों में बारिश हो रही है।

मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार, मध्य प्रदेश में अगले दो से तीन दिन तक मौसमी स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी, जिसके बाद बारिश का दौर कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो गया है, और दो-तीन अन्य सिस्टम भी सक्रिय हो रहे हैं। इस वजह से प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि, मध्य प्रदेश में सामान्यतः मानसून का दौर जून से सितंबर के बीच रहता है, पिछले कुछ वर्षों में मानसून की विदाई अक्टूबर में हो रही है। इस बार भी ऐसा अनुमान है कि मानसून अक्टूबर में ही विदा होगा।