MP Weather: मध्य प्रदेश में देवउठनी एकादशी के बाद से ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। राजधानी भोपाल सहित कई शहरों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को ठंड का अनुभव होने लगा है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा है, जिससे वहां ठंड का असर अधिक महसूस किया जा रहा है, जबकि खजुराहो में दिन का तापमान प्रदेश के अन्य हिस्सों की तुलना में ज्यादा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट होने की संभावना है, जिससे प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में ठंड बढ़ेगी।
मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, और जबलपुर में तापमान में कमी दर्ज की जा रही है, जिससे ठंड का असर बढ़ने लगा है। रात के समय हल्का कोहरा भी देखा जा रहा है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे कम है, जबकि खजुराहो में दिन का तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार, आज मौसम में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन रात के तापमान में थोड़ी और गिरावट आ सकती है। 15 नवंबर के बाद से ठंड में और तेजी आने की संभावना है, जिससे सर्दी का असर बढ़ेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में दिन का तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। खजुराहो में सबसे अधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा दर्ज किया गया। वहीं, पचमढ़ी में रात का सबसे कम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा, गुना में 33 डिग्री, ग्वालियर में 32.8 डिग्री और दमोह में 32.5 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के 15 जिलों में ठंड का असर बढ़ने लगा है, और तापमान 20 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है। इनमें छिंदवाड़ा, मंडला, टीकमगढ़, बैतूल, भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन शामिल हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15 नवंबर के बाद से ठंड और तेज हो सकती है। इस बदलाव का कारण बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण तंत्र को बताया जा रहा है, जिसके चलते नवंबर में प्रदेश में मौसम में ठंडक बढ़ने की संभावना है।