MP Weather: मध्यप्रदेश में इस समय मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। प्रदेश के ऊपर एक साथ तीन चक्रवाती परिसंचरण तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) सक्रिय हैं, जिनके चलते आंधी और बारिश का सिलसिला जारी है। इन सिस्टम्स के प्रभाव से कई क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने और बारिश की घटनाएं देखने को मिल रही हैं।
शनिवार को राजधानी भोपाल में तेज धूल भरी आंधी चली, जिसने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया। वहीं, प्रदेश के कई अन्य जिलों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। खेतों में खड़ी फसलों और खुले इलाकों में खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचने की खबरें भी सामने आई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, यह असामान्य मौसम रविवार को भी बना रहेगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर सहित 45 से अधिक जिलों में तेज बारिश, ओले और आंधी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
मध्यप्रदेश में इस समय मौसम कई रूप ले रहा है – जहां एक ओर तेज आंधी और बारिश से लोग हैरान हैं, वहीं दूसरी ओर गर्मी भी अपना असर दिखा रही है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने जानकारी दी है कि प्रदेश में मौजूदा मौसम की उथल-पुथल का कारण सिर्फ तीन सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन ही नहीं, बल्कि दो ट्रफ लाइनें भी हैं जो प्रदेश से होकर गुजर रही हैं। इन मौसम तंत्रों के कारण वातावरण में नमी और अस्थिरता बनी हुई है, जिससे प्रदेश में तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं हो रही हैं। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि यह स्थिति अगले चार दिनों तक, यानी 7 मई तक बनी रह सकती है।
इसी बीच, शनिवार को प्रदेश भर में जहां कहीं बारिश और ओले गिरे, वहीं कई जिलों में भीषण गर्मी भी दर्ज की गई। नरसिंहपुर पूरे प्रदेश में सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रतलाम भी ज्यादा गर्म रहा और वहां का पारा 43.4 डिग्री तक चढ़ गया। इसके अलावा खरगोन में 42.6, शाजापुर में 42.4 और खंडवा में 42.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
अगर प्रमुख शहरों की बात करें तो भोपाल का तापमान 41.1 डिग्री, इंदौर का 40.8 डिग्री, उज्जैन का 41.4 डिग्री और जबलपुर का तापमान 38.9 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि ग्वालियर में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा और वहां पारा केवल 34.1 डिग्री तक पहुंचा। पहाड़ी इलाकों में बसे पचमढ़ी का तापमान सबसे कम 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस समय राहत देने वाला साबित हुआ। इसके अलावा सिवनी, छिंदवाड़ा, सीधी, टीकमगढ़, रायसेन और शिवपुरी जैसे जिलों में भी तापमान में थोड़ी गिरावट देखी गई है।
कुल मिलाकर, मध्यप्रदेश में फिलहाल मौसम कई रंग दिखा रहा है – कहीं तेज हवाओं और बारिश से जनजीवन प्रभावित है, तो कहीं गर्म हवाएं लोगों को बेहाल कर रही हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, अगले कुछ दिन सतर्कता बनाए रखना जरूरी है।