मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) में पिछले दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। एक तरफ जहां गर्मी का मौसम बना हुआ था, अब इसी बीच बारिश का दौर भी चालू हो गया है। दरअसल, पिछले कई दिनों से शुरू हुई बारिश रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। साथ ही कई कई जगह पर तो ओलावृष्टि का दौर भी जारी है। इसी के चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। मौसम बिगड़ने का अनुमान है कि आज से मौसम बिगड़ेगा, जो अलगे 3-4 दिन तक जारी रहेगा। इससे तापमान में भी गिरावट आएगी। ऐसा अरब सागर से लगातार नमी आने से हो रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान यहां होगा बारिश
मध्य प्रदेश का मौसम इस समय शुष्क बना हुआ है। हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान उज्जैन, भोपाल, सागर और शहडोल संभाग के कुछ स्थानों में छिटपुट बारिश दर्ज हुई है। जावद में 3, हटा, टीकमगढ़, कुरवाई में 2-2, मानपुर, दमोह, बंडा में 1-1, चंदिया में 0.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। आने वाले 2 दिन प्रदेश के लिए सुकून भरे रह सकते हैं। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 6 और 7 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलों का मौसम शुष्क बना रहता है। इस दौरान प्रदेश के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।
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मध्य प्रदेश का मौसम
राजधानी भोपाल के तापमान की बात करें तो इसमें 2.8 डिग्री की गिरावट हुई और पारा 33.9 डिग्री पर पहुंच गया। कुछ ऐसा ही हाल ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में रहा। जहां का तापमान 2 से 3 डिग्री तक कम दर्ज किया गया। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से अप्रैल की शुरुआत भी इस बार खुशनुमा मौसम के साथ होगी। जिसका सीधा असर पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर पश्चिम बंगाल और देश के कई हिस्सों में देखने को मिलेगा। जम्मू कश्मीर में 31 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से देश भर के राज्यों में परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
किसान बेहाल
लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश भर के किसानों की चिंता लगातार बढ़ती चली जा रही है। बीते दिनों से शुरु हई बारिश से फसलों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इस समय प्रदेश भर में गेहूं जौ चना सरसों की फसलें लगभग पक कर तैयार हैं। इनकी कटाई का समय आ गया है। ऐसे में बारिश और आंधी से इनको नुकसान पहुंच रहा है औऱ ज्यादा तर फसलें खराब भी हो गई है।