MP Weather: मध्यप्रदेश में आए दिन बिन मौसम बारिश से जहां आम जन जीवन काफी ज्यादा हताश हुआ है, लेकिन वहीं अभी भी कई इलाकों में बदरी छाई हुई है। ऐसे में बादलों के मध्य गर्मी बढ़ने (Heat Increase) लगी है। मौसम विभाग (IMD Forecast) की मानें तो अभी भी कई इलाकों में तेज बरसात की आशंका बनी हुई है। आज से लेकर अगले एक दो दिन में कुछ जिलों में बूंदाबांदी के साथ बिजली और आंधी तूफ़ान का अलर्ट भी जारी किया हैं।
अभी मौजूदा समय में एक साथ कई सिस्टम एक्टिव हो गए है, जिसके असर से प्रदेश में बरसात की आशंका जताई गई है। आज शनिवार को भी भोपाल, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा, सागर, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में बारिश होने की आशंका है। वही चंबल संभाग एवं शिवपुरी जिले में ओले गिरने का भी पूर्वानुमान जारी कर दिया गया हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, केरल में 8 जून तक मानसून के पहुंचने का अंदेशा है, वही 24-25 जून तक मध्यप्रदेश में भी बरसात की एंट्री हो सकती है। वही भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी मानसून थोड़ी देर से एंट्री देगा। इस बार मानसुून के खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर के मार्ग आने का संकेत है, हालांकि इससे पहले प्रदेशभर में प्री मानसून गतिविधियों को मद्दे नजर रखते हुए वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा,कहीं कहीं ओले भी गिर सकते हैं।
इसी के साथ MP मौसम विभाग के अनुसार, आज गुरूवार को भोपाल, देवास, धार, बैतूल, उज्जैन, अनूपपुर, सागर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, नीमच, सिवनी और मंदसौर में तेज वृष्टि का अंदेशा जताया गया है। वही भोपाल, देवास, धार, बैतूल और उज्जैन में गरज-चमक की भी आशंका है, यहां 40Km प्रत्येक घंटे की गति से आंधी भी चल सकती है। ऐसा ही मौसम 9 जून को भी बना रह सकता है। वहीं इसी के साथ 10 जून को मौसम साफ रहने का अनुमान है, तो वहीं कहीं तेज बारिश होने का भी अंदेशा जताया गया हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अभी साइक्लोन व अन्य मौसम प्रणाली सक्रिय है।अभी मौजूदा समय में अरब सागर में कम प्रेशर का क्षेत्र जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। प्रदेश के कुछ भागों से एक ट्रफ रेखा गुजर रही है। जिसका प्रभाव मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। इस कारण प्रदेश में प्री-मानसून गतिविधियां चालू रहेगी। इसके चलते आगे दिनों में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं पर रिमझिम फुहारें पड़ने की भी संभावना है। वही टेंपरेचर में भी उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है।