MP Weather: पिछले कुछ दिनों से लगातार झमाझम बारिश झेल रहे मध्यप्रदेश के लोगों को सोमवार को मौसम ने थोड़ी राहत दी है। मौसम विभाग ने आज के लिए राज्य के किसी भी हिस्से में भारी बारिश का कोई चेतावनी अलर्ट जारी नहीं किया है। इससे सड़कों पर जलभराव और यातायात की अव्यवस्था जैसी समस्याओं में कुछ हद तक सुधार देखा गया है। राजधानी भोपाल समेत अधिकांश शहरी इलाकों में दिनभर बादल तो छाए रहे, लेकिन ज़्यादातर जगहों पर भारी वर्षा नहीं हुई। इससे नागरिकों को दैनिक कार्यों में सुविधा मिली।
केवल कुछ जिलों में हल्की बारिश, बाकी हिस्सों में शांति
हालांकि प्रदेश के छह जिलों में छिटपुट बूंदाबांदी और हल्की वर्षा दर्ज की गई है, लेकिन व्यापक स्तर पर कहीं भी तेज बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग का कहना है कि यह राहत आने वाले दो दिनों तक बनी रह सकती है। यानी 2 अगस्त तक भारी वर्षा की कोई संभावना नहीं है। लोगों को इस अवधि में थोड़ी राहत जरूर मिलेगी, लेकिन स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं है क्योंकि कई गांवों और कस्बों में सड़कों पर कीचड़ और जलजमाव अब भी बना हुआ है।
तापमान में वृद्धि से बढ़ी उमस
बारिश की गति थमने के साथ ही कई क्षेत्रों में तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ गया है, जिससे वातावरण में हल्की उमस महसूस की जा रही है। खासतौर पर मध्य और उत्तर के जिलों में मौसम थोड़ा गर्म होने से लोगों को दिन के समय चिपचिपाहट और पसीने की शिकायत हो रही है।
सीजनल बारिश अब तक सामान्य स्तर पर
इस मौसम में अब तक मध्यप्रदेश में औसतन 28 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य स्तर के करीब मानी जा रही है। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे शहरों में जलनिकासी व्यवस्था में सुधार होने से जलभराव की समस्या कम हो रही है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर निचली बस्तियों में अभी भी गंदा पानी जमा होने और कीचड़ की वजह से जनजीवन पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाया है।
बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम, फिर तेज बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में 2 अगस्त तक एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से मध्यप्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। विशेष रूप से पूर्वी और दक्षिणी जिलों — बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, और बैतूल — में 3 से 5 अगस्त के बीच मूसलधार वर्षा की आशंका जताई गई है। प्रशासन को सतर्क रहने और निचले इलाकों में राहत कार्यों की तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं।