MP Weather: मध्य प्रदेश में जून की तपती धूप ने लोगों को झुलसा कर रख दिया है। बुधवार को कई शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। छतरपुर जिले के नौगांव में तो 44.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक था।
राजधानी में राहत की बूंदें
भोपाल में बुधवार रात आई तेज हवाओं और बौछारों ने राहत दी। गरज-चमक के साथ हुई हल्की बारिश ने तापमान को थोड़ा नीचे जरूर लाया, लेकिन उमस बनी रही। मौसम विभाग ने बताया है कि ये मौसमी बदलाव मानसून की नज़दीकी का संकेत है।
इन शहरों में पारा चढ़ा, गर्मी का अलर्ट
ग्वालियर, शाजापुर, शिवपुरी, टीकमगढ़ और गुना जैसे शहरों में तापमान 44 डिग्री या उससे ज्यादा दर्ज किया गया। वहीं खजुराहो, नर्मदापुरम, सागर, दमोह और सतना जैसे शहरों में भी पारा 42 डिग्री के आसपास पहुंच गया, जिससे गर्मी का कहर कम नहीं हुआ।
बड़े शहर भी तपिश से परेशान
भोपाल में तापमान 42.6 डिग्री, इंदौर में 41.6 डिग्री और उज्जैन में 42.8 डिग्री रहा। जबलपुर में पारा थोड़ा नीचे रहा, लेकिन वहां भी 40.6 डिग्री की गर्मी ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया।
सबसे ठंडी और सबसे गर्म जगहें
मलाजखंड (बालाघाट) में सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सुबह-सुबह की ठंडी हवा का संकेत देता है। वहीं नौगांव ने सबसे अधिक तापमान 44.8 डिग्री के साथ गर्मी की चरम सीमा को छुआ।
मानसून के संकेत, जल्द देगा दस्तक
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर चक्रवाती हवाएं सक्रिय हैं और मध्य प्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक ट्रफ लाइन बनने से मानसून की शुरुआत के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात अब कम दबाव के क्षेत्र में बदल चुका है।
14-15 जून को मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री तय
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून 14 या 15 जून को पूर्वी जिलों – मंडला, बालाघाट, सिवनी, डिंडोरी और अनूपपुर – से प्रदेश में प्रवेश करेगा। अगले 5 से 6 दिनों में यह पूरे मध्य प्रदेश में फैल जाएगा। पिछले साल की तुलना में इस बार मानसून जल्दी आ सकता है।
कुछ जिलों को अभी इंतजार
12 जून को भी प्रदेश के कई हिस्सों में गर्मी बरकरार रहेगी। खासकर ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और सागर संभाग में लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। 13 जून के बाद से कुछ जिलों में वर्षा शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन जहां बारिश नहीं होगी, वहां तपिश जारी रहेगी।