MP Weather : मध्यप्रदेश में ठंड ने अपना जबरदस्त असर दिखाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते प्रदेश में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने के लिए बेताब है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पूरे प्रदेश में यह स्थिति बनी है। दिन में ठंडी हवाओं ने लोगो को खासा परेशान किया। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए। रात तो ठिठुरन पैदा कर ही रही है।
22 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेट से नीचे
उत्तर से आ रही ठंडी हवाओ के चलते 22 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेट से नीचे आ गया है। ग्वालियर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज किया गया है। जबकि मलाजखंड में दिन का अधिकतम तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया। प्रदेश में यहां दिन सबसे ठंडा रहा। राजधानी भोपाल में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से लुढ़कर 8.8 डिग्री पर आ गया।
यहां देखा गया शीत लहर का प्रभाव
जानकारी के मुताबिक बता दें सिवनी में शीत लहर का प्रभाव देखा गया। धार, खंडवा में तीव्र शीतल दिन रहा तथा खरगोन, मलाजखंड और दतिया में शीतल दिन रहा। भोपाल जिले में भी तापमान तेजी से गिर गया है और न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग द्वारा 33 स्टेशन में दर्ज किए गए न्यूनतम तापमान में से सिर्फ चार स्थानों का तापमान ही 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रिकॉर्ड हुआ है। इसके अलावा अन्य स्थानों का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया।
इन शहरों में 10 के नीचे पारा
धार और खंडवा में तीव्र शीतल दिन रहा। खरगोन मलाजखंड सिवनी दतिया में शीतल दिन रहा। सिवनी में शीत लहर का प्रभाव रहा। बैतूल, भोपाल, दतिया, धार, गुना, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, उमरिया और मलाजखंड में भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में कई जगहों पर बर्फ गिर रही है। इस कारण पूरा मध्य प्रदेश भी ठंड की चपेट में है। वहीं, राजस्थान के उत्तर पश्चिमी हिस्से में चक्रवर्ती हवा मध्य प्रदेश में प्रभाव डाल रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होने के कारण वह बर्फ अब पिघलने लगी है, इसलिए वहां से ठंडी हवा प्रदेश में आ रही है। इस कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट हो रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार जम्मू कश्मीर और लद्दाख के पास पश्चिमी विक्षोभ मौजूद है। यह आने वाले समय में मध्य प्रदेश को प्रभावित कर सकता है। 22 और 23 दिसंबर को प्रदेश से कुछ हिस्सों में हल्की बारिश भी होने का अनुमान है।