MP Weather: मध्य प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून की आमद अब बस कुछ ही दिनों की दूरी पर है। इससे पहले प्रदेश के कई हिस्सों में तेज़ गर्मी, आंधी और बरसात का दौर देखने को मिल रहा है। शनिवार को जहां कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई, वहीं कुछ क्षेत्रों में तूफान ने भारी नुकसान पहुंचाया। नीमच में मकानों के टीनशेड उड़ गए तो उज्जैन में पेड़ गिरने से ट्रेन सेवा बाधित हो गई।
शनिवार को बदला मौसम का मिजाज, कई जिलों में दिखा असर
शनिवार को उज्जैन जिले के पीर अमरूद और बेरछा स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिर गया, जिससे दाहोद पैसेंजर को बीच रास्ते में रोकना पड़ा। नीमच में तेज आंधी के कारण एक मकान का टीनशेड उड़ गया, जिससे लोग दहशत में आ गए। छिंदवाड़ा में करीब 0.75 इंच वर्षा दर्ज की गई, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। धार, खजुराहो, सिवनी, जबलपुर और शाजापुर जैसे क्षेत्रों में भी मौसम बदला-बदला रहा।
रविवार को 47 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट, ओलावृष्टि की संभावना भी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार के लिए प्रदेश के 47 जिलों में मौसम को लेकर चेतावनी जारी की है। इन इलाकों में तेज़ हवाएं, बिजली गिरने और भारी बारिश की आशंका जताई गई है। कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी संभावना है, जबकि हवाएं 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं।
इन जिलों में रहेगा मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, सागर, रीवा, श्योपुर, धार, खरगोन, मुरैना, भिंड, विदिशा, रायसेन, बैतूल, बड़वानी, नीमच, मंदसौर, कटनी, सतना, पन्ना, डिंडौरी, नरसिंहपुर, सीहोर, देवास, रतलाम, अलीराजपुर, झाबुआ, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, राजगढ़, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा और सिवनी समेत कई जिले प्रभावित रह सकते हैं।
16 या 17 जून को हो सकता है मानसून का आगमन
इस वर्ष मानसून देश में समय से पहले पहुंच गया है, लेकिन मध्य प्रदेश में इसकी एंट्री थोड़ी देरी से हो रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि मानसून महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में लगभग पंद्रह दिन तक ठहर गया था। अब मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 16 या 17 जून तक मानसून मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है। पिछले वर्ष यह 21 जून को प्रदेश में आया था, जबकि सामान्य तारीख 15 जून मानी जाती है।