MP Weather: प्रदेश में सक्रिय स्ट्रॉन्ग मानसून सिस्टम के कारण लगातार तेज बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के 35 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से 9 जिलों में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई जिलों में जलभराव व बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
इन 9 जिलों में अति भारी बारिश का खतरा
नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुर में सोमवार को अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में एक दिन में 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है, जिससे नदियों-नालों के उफान पर आने और बांधों के गेट खोलने जैसी स्थिति बन सकती है।
रविवार को भी कई जिलों में झमाझम बारिश
रविवार को भी बारिश का दौर बना रहा। गुना में 9 घंटे में 2 इंच से ज्यादा पानी बरसा, श्योपुर में करीब 1.25 इंच बारिश हुई। खरगोन और टीकमगढ़ में आधा इंच से अधिक पानी गिरा। पचमढ़ी में भी आधा इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल, बैतूल, इंदौर, ग्वालियर, रायसेन, जबलपुर सहित अन्य जिलों में कभी तेज तो कभी रुक-रुककर बारिश होती रही।
इन जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान
ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल, सागर, रायसेन, शाजापुर, देवास, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, धार, अलीराजपुर और सीहोर में भी सोमवार को भारी बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में हल्की बारिश का सिलसिला बना रहने की संभावना है।
छतरपुर: डैम के 15 गेट खुले, जान-माल का नुकसान
छतरपुर जिले में धसान नदी उफान पर रही। रनगुवां डैम के 15 गेट खोलने पड़े। एक पिकअप वाहन नदी में बह गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग शीशा तोड़कर किसी तरह बाहर निकले। खजुराहो में पुल टूटने के कारण देवगांव-देवरा मार्ग बंद हो गया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। बिजली के 6 खंभे बहने से कई गांवों में अंधेरा छा गया।
अशोकनगर और टीकमगढ़ में जलप्रलय जैसे हालात
अशोकनगर में सब्जी मंडी परिसर में करीब 4 फीट तक पानी भर गया, जिससे सब्जी दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ। टीकमगढ़ में नवोदय विद्यालय की कैंटीन और कक्षाओं में 3 फीट पानी भर गया, जिससे बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा। जमडार नदी के उफान से टीकमगढ़-ललितपुर रोड भी बंद कर दिया गया।
भोपाल, उज्जैन, इंदौर संभाग में दो दिन और भारी असर
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन प्रदेश से गुजर रही है और एक सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बना हुआ है। इसकी वजह से दो दिन तक पश्चिमी मध्यप्रदेश — विशेष रूप से इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग — में भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद सिस्टम धीरे-धीरे कमजोर होगा।