MP Weather: मई में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड, आज फिर 25 जिलों में अलर्ट, जानिए अगले चार दिन कैसा रहेगा मौसम

MP Weather: इस साल मई का महीना मध्यप्रदेश के लिए एक अलग ही अनुभव लेकर आया। पूरे महीने में एक भी दिन ऐसा नहीं बीता जब प्रदेश के किसी न किसी जिले में बारिश, आंधी या ओले नहीं गिरे हों। यह प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब मई में लगातार मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। 53 जिलों में बारिश दर्ज की गई, जबकि केवल निवाड़ी एक ऐसा जिला रहा जहां हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन वह भी रिकॉर्ड में नहीं आ सकी।

इतिहास के पन्नों में दर्ज हुई बारिश

मई 2024 ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। इंदौर में 139 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया जब 114.8 मिमी (4.6 इंच) बारिश हुई, जबकि 1886 में 107.7 मिमी (4.2 इंच) बारिश दर्ज की गई थी। उज्जैन में भी इस बार ओवरऑल सबसे ज्यादा बारिश हुई – 111.8 मिमी (4.3 इंच)। इसी तरह देवास में 6.3 इंच बारिश दर्ज हुई, जो अब तक की सबसे अधिक है।

गर्मी की जगह ठंडक ने ली

अप्रैल में जहां कई शहरों में तापमान 45 डिग्री को पार कर गया था, वहीं मई में यह गर्मी नदारद रही। इस बार मई के महीने में अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक भी नहीं पहुंचा। ना केवल नौतपा शांत रहा, बल्कि खजुराहो, नौगांव, टीकमगढ़ जैसे शहरों को छोड़ दें तो बाकी जिलों में तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहा।

इस अनोखे मौसम की वजह क्या थी?

मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मई के दौरान लगातार वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ लाइन की गतिविधियां बनी रहीं। इन सिस्टम्स के चलते पूरे महीने वातावरण में अस्थिरता बनी रही, जिससे आंधी, बारिश और ओलों की स्थिति लगातार बनी रही। 26 अप्रैल से ही इसका असर दिखने लगा था।

इन जिलों में सबसे ज्यादा पानी बरसा

देवास में सर्वाधिक 6.3 इंच बारिश हुई, वहीं इंदौर (4.6 इंच), अनूपपुर (4.5 इंच), रतलाम (4.4 इंच), उज्जैन और झाबुआ (4.3 इंच) जैसे जिलों ने भी जमकर भीगने का रिकॉर्ड बना लिया। अन्य जिलों जैसे खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, खरगोन आदि में 2.5 से 3.5 इंच तक बारिश हुई।

कुछ जिलों में बारिश सीमित रही

हालांकि प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई, लेकिन दतिया, मुरैना, टीकमगढ़, रीवा, नरसिंहपुर, छतरपुर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे जिलों में 1 इंच या उससे कम बारिश दर्ज की गई। भोपाल में 1.8 इंच बारिश दर्ज हुई, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी कम जरूर रही, लेकिन 10 सालों में तीसरी बार इतनी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

जून का मौसम कैसा रहेगा?

जून की शुरुआत भी अस्थिर मौसम के साथ होगी। मौसम विभाग के अनुसार 4 जून तक आंधी और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी होगी और उमस का स्तर भी बढ़ेगा। मानसून के 7 से 10 जून के बीच प्रदेश में प्रवेश की संभावना है, लेकिन उससे पहले ग्वालियर-चंबल समेत अन्य हिस्सों में तेज गर्मी देखने को मिल सकती है।

मानसून से पहले गर्मी और फिर राहत

पिछले वर्षों के आंकड़ों के अनुसार, मानसून आने से पहले जून के मध्य तक तेज गर्मी पड़ती है, और तापमान कई बार 45 डिग्री तक पहुंच जाता है। लेकिन इस बार भी मई की तरह जून में भी थोड़ी राहत की उम्मीद की जा रही है। खासकर रात का तापमान 8 से 10 डिग्री तक गिर सकता है, जिससे नींद में भी सुकून मिलेगा।