MP Weather: दक्षिण-पश्चिमी मानसून की चाल अब तेज हो चली है और इसके समय से पहले मध्य प्रदेश पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टम ने मानसून पूर्व की गतिविधियों को बल दिया है, जिससे राज्य में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
बादल और बारिश ने बढ़ाई ठंडक
प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इससे दिन का तापमान गिरा है और लोगों को भीषण गर्मी और लू से काफी राहत मिली है। मौसम अब सुहावना हो गया है, जिससे आमजन को राहत महसूस हो रही है।
शिवपुरी में सबसे ज्यादा तापमान
गुरुवार को शिवपुरी जिले में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रहा। वहीं, अन्य क्षेत्रों में बादलों और बूंदाबांदी के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई और मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा।
भोपाल सहित कई जिलों में वर्षा की संभावना
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, शहडोल, रीवा, नर्मदापुरम और उज्जैन संभाग के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है। अनुमान है कि रुक-रुक कर होने वाली यह बारिश आगामी चार से पांच दिन तक जारी रह सकती है।
मानसून को मिल रहा मौसमी सिस्टम का साथ
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती के अनुसार, इस समय पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवात बना है। साथ ही, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में भी चक्रवाती परिस्थितियां बनी हुई हैं। इन दोनों को जोड़ती हुई एक द्रोणिका रेखा दक्षिणी हरियाणा से होते हुए मध्य प्रदेश तक फैली हुई है।
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रियता
अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र जल्द ही अवदाब में बदलने वाला है और यह उत्तर की ओर बढ़ेगा। इसके साथ ही, मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में 27 मई को एक और नया सिस्टम बनने की संभावना है, जो मानसून पूर्व की गतिविधियों को और अधिक गति देगा।
केरल में जल्द पहुंचेगा मानसून, मध्य प्रदेश में समय से पहले दस्तक संभव
विशेषज्ञों का अनुमान है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 24-25 मई तक केरल में दस्तक दे सकता है। यदि मौजूदा परिस्थितियां इसी प्रकार बनी रहीं तो मध्य प्रदेश में मानसून 15 जून की सामान्य तिथि से पहले ही प्रवेश कर सकता है, जिससे किसानों और आमजन के लिए अच्छी खबर सामने आ सकती है।