MP Weather: प्रदेश में कड़ाके की ठंड, बादल छाने से कई जिलों में हो सकती है बारिश, बर्फीली हवाओं का ट्रिपल अटैक, तीन दिन ठिठुरेंगे लोग

MP Weather: मध्य प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने के कारण अधिकांश शहरों में बादल छाए हुए हैं, जिससे ठंड का प्रभाव बढ़ गया है। बीते शनिवार और रविवार को कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई, जिससे मौसम और ठंडा हो गया। वातावरण में नमी बनी रहने से कई इलाकों में कोहरा और धुंध छाई हुई है, जो सुबह के समय दृश्यता को प्रभावित कर रही है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ अब आगे बढ़ चुका है, जिसके चलते वर्षा की संभावना कम हो गई है। हालांकि, नमी और बादलों के कारण ठंड बनी रहेगी। अगले कुछ दिनों में कोहरे और हल्की धुंध के कारण सुबह और रात के समय ठंड में इजाफा हो सकता है। लोगों को ठंड से बचने के लिए सावधानी बरतने और आवश्यकतानुसार गर्म कपड़ों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

मध्य प्रदेश में मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए, बादलों और नमी के कारण रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने और बादलों के धीरे-धीरे छंटने के साथ, आने वाले दिनों में रात के तापमान में गिरावट आ सकती है।

अगले दो दिनों तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में सुबह के समय घना कोहरा बना रहने की संभावना है, जिससे दृश्यता कम हो सकती है। दिन के समय बादल छाए रहने से ठंड का असर अधिक महसूस होगा।

मौसम विज्ञानियों ने बताया कि जैसे-जैसे आसमान साफ होगा, रात का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगेगा, जिससे ठंड और बढ़ सकती है। इस दौरान नागरिकों को सुबह और रात में ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

रविवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस मंडला में दर्ज किया गया। उमरिया में शीतल दिन रहा। वहीं, रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दमोह में 7 मिमी, सतना और उमरिया में 2 मिमी, जबकि बैतूल और रीवा में 1 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।

वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। इसके प्रभाव से उत्तर-मध्य राजस्थान और उसके आसपास एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम का प्रभाव भी दिखाई दे रहा है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल वर्षा होने की संभावना नहीं है।

हालांकि वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी बनी रहने के कारण आंशिक बादल और कोहरा छाए रहने की संभावना है, लेकिन रात के तापमान में अब कुछ गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं, 14 जनवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण 16 जनवरी से रात के तापमान में फिर से बढ़ोतरी शुरू हो सकती है।

ग्वालियर: चंबल अंचल और बुंदेलखंड में शनिवार-रविवार की रात रुक-रुककर वर्षा का दौर जारी रहा। मुरैना जिले में 4.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई, जबकि भिंड जिले में 3.5 मिलीमीटर, शिवपुरी में 3.8 मिलीमीटर वर्षा हुई। बुंदेलखंड के दतिया जिले में छह मिमी, और छतरपुर व नौगांव में 14 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई।