MP Weather: मध्यप्रदेश में अगस्त महीने का पहला सप्ताह खत्म होने को है, लेकिन अब भी राज्य के अधिकतर हिस्सों में तेज धूप और गर्मी बनी हुई है। बीते 24 घंटे में कुछ जिलों में हल्की बारिश जरूर हुई है, लेकिन अधिकांश इलाकों में मौसम साफ और शुष्क बना रहा। इस दौरान आसमान में बादलों की कमी के कारण सूरज की किरणें सीधे ज़मीन पर पड़ीं, जिससे गर्मी और धूलभरी हवाओं ने लोगों को खूब परेशान किया। मौसम की इस स्थिति के कारण दिन के तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
तापमान ने बढ़ाई चिंता, खजुराहो और जबलपुर सबसे गर्म
छतरपुर जिले के पर्यटन स्थल खजुराहो में मंगलवार को अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन में काफी ऊंचा माना जा रहा है। वहीं जबलपुर में पारा 34.2 डिग्री, मंडला में 33.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 33.5 डिग्री और श्योपुर में 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। यह आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि बारिश की कमी के कारण प्रदेश के कुछ भागों में गर्मी ने फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।
राज्यभर में अब तक औसत से अधिक हुई
बारिश, फिर भी धूल-मिट्टी परेशान कर रही
हालांकि, अगर पूरे सीजन की बात करें तो मध्यप्रदेश में औसत से 44% अधिक बारिश हो चुकी है। खासकर पूर्वी मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा 48% के करीब है, जबकि पश्चिमी हिस्सों में 39% ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है। बावजूद इसके, फिलहाल साफ मौसम और सड़कें टूटने के कारण भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में धूल और मिट्टी का गुबार छाया हुआ है, जिससे नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है।
भविष्यवाणी: अगले कुछ दिन शुष्क, लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश की उम्मीद
मौसम वैज्ञानिक दिव्या सुरेंद्र ने जानकारी दी कि इस समय एक ट्रफ लाइन उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है। साथ ही राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण अगले 24 घंटे में ग्वालियर और चंबल संभाग के कुछ जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि, प्रदेश के बाकी हिस्सों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है, और मौसम मुख्य रूप से साफ बना रहेगा।
मौसम विभाग का अलर्ट – इन जिलों में वज्रपात और तेज बारिश की चेतावनी
मंगलवार के लिए मौसम विभाग ने भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां जिलों में वज्रपात के साथ तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, रीवा, सतना, मऊगंज, शहडोल, जबलपुर, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
न्यूनतम तापमान में गिरावट, पचमढ़ी सबसे ठंडा स्थान
जहां एक ओर दिन का तापमान बढ़ा है, वहीं रात के समय कई जगहों पर ठंडक बनी हुई है। पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा। इसके अलावा खरगोन में 19.8 डिग्री, अमरकंटक में 20.4 डिग्री, राजगढ़ में 20.5 डिग्री और नरसिंहपुर में 21 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो हल्की ठंडक का संकेत है।
बड़े शहरों का तापमान कैसा रहा?
प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक दर्ज किया गया। जबलपुर 34.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा। वहीं ग्वालियर का तापमान 32.8 डिग्री, उज्जैन 31.8 डिग्री, भोपाल 31.7 डिग्री और इंदौर 31 डिग्री सेल्सियस रहा। इन शहरों में बारिश के बाद कीचड़ और उखड़ी सड़कों के कारण धूलभरी हवाएं लगातार लोगों को परेशान कर रही हैं।