मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) में पिछले दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। एक तरफ जहां गर्मी का मौसम बना हुआ था, अब इसी बीच बारिश का दौर भी चालू हो गया है। दरअसल, पिछले कई दिनों से शुरू हुई बारिश रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। साथ ही कई कई जगह पर तो ओलावृष्टि का दौर भी जारी है। इसी के चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। आज भी राजधानी भोपाल (Bhopal), नर्मदापुरम संभाग सहित कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है।
शहर में बादल छाए रहेंगे
वहीं 3-4 अप्रैल को उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिससे फिर से शहर में बादल छाए रहेंगे। 5 और 6 अप्रैल को शहर में बूंदाबांदी होने की संभावना है। ग्वालियर (Gwalior) में चार दिनों तक बारिश के आसार नहीं है, लेकिन 5 से 10 अप्रैल के बीच फिर से बादल छाने के साथ बारिश के आसार बनेंगे। 20 अप्रैल तक लू के आसार कम है, अप्रैल अंत तक गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। बता दें कि 30 और 31 मार्च को भोपाल, जबलपुर, अनूपपुर, सागर, नर्मदापुरम, दमोह, सतना, खजुराहो, सागर, नर्मदापुरम, बैतूल, उमरिया, पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, सिंगरौली, विदिशा में बारिश हुई। सिंगरौली, विदिशा और अनूपपुर में बारिश के साथ ओले भी गिरे।
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यहां होगी बारिश
IMD के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय हो रहा है। जिसकी वजह से ग्वालियर संभाग के ज्यादात्तर हिस्सों में बादल छाएं रहेंग जबकि कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है। इस डिस्टर्बेंस की वजह से तेज रफ़्तार हवा में आंधी के कारण तेज से लेकर मध्यम बारिश की संभावना है। अप्रैल के औसत तापमान की बात करें तो यहां 38.6 डिग्री दर्ज किया जायेगा।
अप्रैल की शुरुआत ऐसे हुई
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से अप्रैल की शुरुआत भी इस बार खुशनुमा मौसम के साथ होगी। जिसका सीधा असर पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर पश्चिम बंगाल और देश के कई हिस्सों में देखने को मिलेगा। जम्मू कश्मीर में 31 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से देश भर के राज्यों में परिवर्तन देखने को मिलेगा।