MP Weather: मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार के लिए प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। इसमें उज्जैन, इंदौर, रायसेन, और राजगढ़ सहित कई अन्य जिले शामिल हैं। इसके साथ ही कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है। प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी हुई है और आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में मानसून का एक मजबूत सिस्टम सक्रिय हो सकता है, जिससे कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस स्ट्रॉन्ग सिस्टम के कारण बारिश का सिलसिला और तेज हो सकता है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। विभाग ने चेतावनी दी है कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिसके चलते प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है। यह सिस्टम खासतौर पर पश्चिमी और उत्तरी जिलों को प्रभावित कर सकता है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने मध्य प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, मुरैना, श्योपुरकलां, रीवा, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, झाबुआ, धार, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, इंदौर, उज्जैन, आगर, मंदसौर, नीमच, और अनूपपुर शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
मौसम विभाग ने भोपाल, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, दमोह, और सागर में भी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लगातार बारिश के कारण जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे जलभराव और अन्य मौसमी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लोगों को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 95% बारिश हो चुकी है, जिससे प्रदेश के कई बांध और तालाब पूरी तरह भर गए हैं। जानकारी के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश बांध 80% तक भर चुके हैं। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं ताकि अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सके और बांधों पर दबाव कम किया जा सके। नदियों और जलाशयों के जलस्तर में वृद्धि के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।