MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम के 2 रूप, भीषण गर्मी के बीच इन जिलों में बारिश का अलर्ट, जानें IMD का पूर्वानुमान

MP Weather: मध्य प्रदेश में भीषण लू के बीच मौसम ने अचानक करवट ले ली है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक हरदा में 0.8 मिमी, सिवनी मालवा में 0.2 मिमी और सोहागपुर में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं भोपाल, देवास, सीहोर और रायसेन में कहीं-कहीं तेज रफ्तार हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी भी देखने को मिली, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिली है।

शनिवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक तापमान खजुराहो में 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के प्रमुख जिलों की बात करें तो भोपाल में 40.5, ग्वालियर में 43.6, खरगोन में 42, पचमढ़ी में 33.4, उज्जैन में 40.8 और जबलपुर में 37.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। भीषण गर्मी के बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और हवाओं ने थोड़ी राहत जरूर दी है।

मध्यप्रदेश का मौसम एक बार फिर करवट बदलता नजर आ रहा है। अरब सागर से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे कई जिलों में बादल छा गए हैं। राजधानी भोपाल में भी सुबह से ठंडी हवाएं चलती रहीं और आसमान में बादल घिरे रहे। मौसम विभाग के अनुसार, अब प्रदेश के कुछ संभागों में बारिश की संभावना जताई गई है। रविवार को जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है, वहीं इस दौरान तेज रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावना है। अन्य क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं बादल छाए रहेंगे।

प्रदेश के कुछ जिलों में जहां बारिश और बादल छाने से भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है, वहीं कुछ जिलों में मौसम शुष्क बने रहने के कारण लू का असर देखने को मिलेगा। मंदसौर, गुना, नीमच, अशोकनगर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले ऐसे हैं जहां लू चलने की संभावना बनी हुई है, जिससे इन इलाकों में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा।

रविवार को प्रदेश के दो दर्जन से अधिक जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, शिवपुर कलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह और पांढुर्णा जिलों में बारिश के साथ वज्रपात, झंझावात और झोंकेदार तेज हवाएं चलने की संभावना है। वहीं रायसेन जिले में भी वज्रपात और झंझावात को लेकर विशेष चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। साथ ही, उत्तर-दक्षिण दिशा में एक द्रोणिका तेलंगाना से मन्नार की खाड़ी तक सक्रिय है, जो रायलसीमा और तमिलनाडु से होकर गुजर रही है। इन मौसमीय सिस्टमों का असर मध्यप्रदेश के मौसम पर भी पड़ रहा है, जिसके चलते प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश, बादल और तेज हवाओं का दौर बना हुआ है।