मध्य प्रदेश में शीतलहर का कहर, राजगढ़ में पारा 3.5 डिग्री पर लुढ़का, जानें 30 जनवरी से कैसा रहेगा मौसम

भोपाल। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ा दी है, जिससे भोपाल, इंदौर सहित कई शहर शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। रविवार रात को राजगढ़ प्रदेश के मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा स्थान रहा, जहाँ न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। इस सीजन में पहली बार राजधानी भोपाल और इंदौर में भी तापमान इतना नीचे आया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, भोपाल में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री, इंदौर में 7.6 डिग्री और शाजापुर में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन शहरों में शीतलहर का प्रभाव देखा गया, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। ठंड का आलम यह है कि दिन में धूप निकलने के बावजूद सर्द हवाओं के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।

30 जनवरी से मौसम में बदलाव के आसार

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जिसका असर 30 जनवरी से मध्य प्रदेश के मौसम पर भी दिखाई देगा। इसके प्रभाव से आसमान में बादल छा सकते हैं, जिससे रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। हालांकि, दिन के तापमान में गिरावट जारी रह सकती है।

क्यों बढ़ी अचानक ठंड?

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल ही में एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से गुजरने के बाद हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद वहां से आ रही सर्द हवाएं सीधे मध्य प्रदेश तक पहुंच रही हैं, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में हवा की गति भी तेज है, जो ठंड के असर को और बढ़ा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक-दो दिनों तक शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है, जिसके बाद तापमान में धीरे-धीरे सुधार होगा।