MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली और बुधवार को अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की मुश्किलें बढ़ गईं। छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, मंदसौर, धार और राजगढ़ समेत कई जिलों में तेज बारिश और ओले गिरने से खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में भरा पानी और ओलों की मार से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। वहीं, सिवनी जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवा किसान की दर्दनाक मौत हो गई, जिससे इलाके में शोक का माहौल है।
मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई, जिससे गेहूं की फसल को नुकसान का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, सबसे ज्यादा बारिश सौंसर में 11 मिमी दर्ज की गई, जबकि छिंदवाड़ा में 2 मिमी, सिवनी में 1.6 मिमी और जबलपुर में 0.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। आमतौर पर शुष्क और गर्म रहने वाले राजगढ़ में भी शाम को अचानक ओले गिरने से किसान सकते में आ गए, क्योंकि इस समय वहां गेहूं की कटाई जोरों पर है। अप्रत्याशित मौसम बदलाव के चलते किसानों को फसल नुकसान की चिंता सताने लगी है।
सिवनी जिले के बिनेकी गांव में बुधवार शाम करीब 4 बजे खेत में काम कर रहे 24 वर्षीय किसान अमित गुमास्ता की आकाशीय बिजली गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब वह खेत में गेहूं की कटाई का निरीक्षण कर रहा था। अचानक तेज बारिश और बिजली चमकने लगी, और इसी दौरान वह आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गया। हादसे के बाद परिजनों में शोक का माहौल है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने किसानों से खराब मौसम के दौरान सतर्क रहने की अपील की है।
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में मध्य प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हुई, जिससे कुल आठ शहरों में बूंदाबांदी दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश छिंदवाड़ा जिले के सौसर में 11 मिमी हुई, जबकि सिवनी में 1.6 मिमी, जबलपुर में 0.5 मिमी, तामिया (छिंदवाड़ा) में 3 मिमी, पांढुर्ना (छिंदवाड़ा) में 0.3 मिमी और बैतूल में 1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम में आए इस बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन ओलावृष्टि के कारण किसानों को फसल नुकसान की चिंता सताने लगी है।
मौसम वैज्ञानिक दिव्या सुरेंद्रन के अनुसार, मध्य प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है और ट्रफ लाइन प्रदेश के बीच से होकर गुजर रही है, जिससे अगले दो दिनों तक मौसम प्रभावित रहेगा। इस दौरान कई जिलों में बारिश और आंधी की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को कुछ जिलों के लिए बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्ना, गुना, अशोकनगर और शिवपुरी शामिल हैं। मौसम में अचानक आए इस बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन किसानों को फसल नुकसान की चिंता सताने लगी है।
मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सबसे ज्यादा तापमान धार में 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रतलाम में 39.5 डिग्री, नर्मदापुरम में 39.2 डिग्री, गुना और दमोह में 38.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, सबसे कम तापमान नरसिंहपुर में 14.4 डिग्री, नौगांव (छतरपुर) में 15.2 डिग्री, सीधी में 16.2 डिग्री, गिरवर (शाजापुर) में 16.8 डिग्री और ग्वालियर में 16.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन में 38.5 डिग्री, ग्वालियर में 37.6 डिग्री, इंदौर में 37 डिग्री, भोपाल में 36.4 डिग्री और जबलपुर में 30.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम में आए बदलाव के कारण तापमान में गिरावट तो दर्ज की गई, लेकिन कुछ इलाकों में गर्मी का असर बरकरार है।