MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव आना और तापमान में वृद्धि होना दर्शाता है कि ठंड का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में कड़ाके की ठंड ने लोगों को परेशान किया था, लेकिन अब राहत मिल रही है। मौसम विभाग द्वारा तापमान में और वृद्धि के संकेत दिए जाने से संभावना है कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में ठंड का प्रभाव अब कमजोर होगा। ऐसे बदलाव अक्सर मौसम के सामान्य चक्र का हिस्सा होते हैं, जहां एक समय ठंड का दौर और फिर गर्मी का प्रभाव अधिक होता है। यह स्थिति किसानों और आम नागरिकों के लिए राहत देने वाली हो सकती है, क्योंकि तेज ठंड से बचने के बाद लोग अब आराम से बाहर निकल सकते हैं। आने वाले दिनों में मौसम के और बदलाव होने की संभावना है, जिस पर मौसम विभाग की नजर बनी हुई होगी।
मध्य प्रदेश में सर्दी से मिली राहत फिलहाल थोड़े समय के लिए है, क्योंकि हवाओं का असर कम होने के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है और ठंड का असर कम लग रहा है। हालांकि, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जैसे ही उत्तरी हवाएं प्रदेश में पहुंचेंगी, तापमान में एक बार फिर गिरावट आ सकती है और कड़ाके की सर्दी लौट सकती है। उत्तर से आने वाली हवाएं ठंड को बढ़ा देती हैं और इससे रात के तापमान में भी काफी गिरावट हो सकती है। फिलहाल, यह राहत अस्थायी है, और लोगों को फिर से सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे मौसम बदलावों के दौरान किसान और आम नागरिक दोनों को तैयार रहने की आवश्यकता होती है, क्योंकि कड़ाके की सर्दी स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकती है।
मौसम विभाग ने 24 जनवरी से उत्तरी हवाओं के रुख बदलने की जानकारी दी है, जो मध्य प्रदेश में तापमान में गिरावट का कारण बनेंगी। इन हवाओं के आने से एक बार फिर हाड़ कंपाने वाली सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। उत्तरी हवाओं के प्रभाव से तापमान में अचानक गिरावट आएगी, जिससे ठंड बढ़ सकती है। ऐसे मौसम बदलावों के दौरान विशेष रूप से रात का तापमान काफी गिर सकता है, जो लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। इस दौरान सर्दी से बचाव के उपायों को लेकर अलर्ट रहना जरूरी होगा, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए। सर्दी का प्रभाव स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है, इसीलिए उचित कपड़े पहनना और शरीर को गर्म रखना महत्वपूर्ण होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, 25 जनवरी से प्रदेश में बर्फीली हवाओं के आना शुरू होने के साथ दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है। इस गिरावट का असर साफ तौर पर महसूस होगा और एक बार फिर ठंड का जबरदस्त असर दिखाई देगा।
उत्तरी हवाओं के कारण तापमान में यह गिरावट रात के समय अधिक महसूस की जाएगी, जिससे सर्दी की तीव्रता बढ़ सकती है। दिन के समय भी हल्की ठंड का अनुभव हो सकता है। ऐसे में लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए गर्म कपड़े पहनने और सर्दी से बचाव के उपायों को अपनाने की सलाह दी जा रही है। यह मौसम का बदलाव खासकर बाहर काम करने वाले लोगों और बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय है, जिससे पंजाब के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बना हुआ है। इसी कारण वर्तमान में हवाएं दक्षिण-पूर्व दिशा में बह रही हैं, जिससे ठंड और शीतलहर का प्रभाव कम हो गया है।
हालांकि, पश्चिमी उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम हवाएं सक्रिय हैं, लेकिन इनका सीधा असर मध्य प्रदेश पर नहीं पड़ा है। यही कारण है कि प्रदेश में तापमान में कुछ बढ़ोतरी हुई है। लेकिन जैसे ही हवाओं की दिशा बदलेगी और उत्तरी हवाएं तेज होंगी, ठंड एक बार फिर अपना जोर दिखाएगी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, 24-25 जनवरी से हवाओं का रुख उत्तर की ओर होने लगेगा, जिससे तापमान में 2-3 डिग्री तक गिरावट होगी और हाड़ कंपाने वाली ठंड लौट सकती है। इसलिए अगले कुछ दिनों में ठंड से बचाव के लिए लोग सतर्क रहें।