स्वतंत्र समय, सूरत
गुजरात की सूरत लोकसभा सीट का नतीजा सोमवार को ही आ गया है। यहाँ से भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल ( Mukesh Dalal ) को चुनाव होने से पहले ही निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया है। देश भर में लोकसभा की कुल 543 सीटों पर कई चरणों में मतदान होने के बाद 4 जून को एक साथ सभी सीटों पर हुए मतदान का नतीजा आएगा। कांग्रेस के प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने के बाद सोमवार को भाजपा उम्मीदवार के अलावा सभी 8 प्रत्याशियों के नामांकन वापस लेने की वजह से दलाल निर्विरोध सांसद चुने गए है। मुकेश दलाल के विजेता घोषित होते ही भाजपा का लोकसभा चुनावों में खाता खुल चुका है।
नीलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द होने से जीते Mukesh Dalal
गुजरात में विपक्षी गठबंधन की तरफ से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। गुजरात की 30 लोकसभा सीटों में से 2 सीट कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ दी है। सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने नीलेश कुम्भानी को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। जिसके बाद भाजपा की तरफ से पूर्व डिप्टी मेयर दिनेश जोधानी ने कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी द्वारा जमा किए गए फॉर्म में प्रस्तावकों की फर्जी हस्ताक्षर करने की शिकायत चुनाव आयोग से की थी। रविवार को कलेक्टर और चुनाव अधिकारी की मौजूदगी में नामांकन पत्र रद्द करने को लेकर सुनवाई हुई जिसके दौरान फॉर्म पर हस्ताक्षर करने वाले चारों प्रस्तावक उपस्तिथ नहीं हुए थे। इस वजह से चुनाव अधिकारी ने नीलेश कुंभाणी का फॉर्म रद्द कर दिया।
8 प्रत्याशियों ने फॉर्म वापस लेकर कन्फर्म कर दी जीत
सूरत लोकसभा सीट पर कुल मिला कर 10 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन का फॉर्म भरा था। जिनमें से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द होने के बाद बसपा प्रत्याशी के अलावा सभी 7 प्रत्याशियों ने नामांकन फॉर्म वापस ले लिया था। सोमवार को बसपा प्रत्याशी प्यारेलाल ने भी नामांकन वापस लेकर बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल की जीत सुनिश्चित कर दी और इसकी आधिकारिक घोषणा के साथ ही उन्हें जीत का प्रमाण पत्र भी जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा सौंप दिया गया है।
7 मई को होना है वोटिंग
गुजरात की सभी 26 सीटों पर 7 मई को मतदान होना है। हालांकि, सूरत सीट का नतीजा पहले ही आ जाने के कारण 25 सीटों पर मतदान होगा। 2019 के चुनावों में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में सभी 26 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की थी।
कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
इस बीच कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि कुंभानी का नामांकन फॉर्म भाजपा के इशारे पर खारिज कर दिया गया। उनका कहना था कि वह इसे हाईकोर्ट में चुनौती देगी। वहीं, पार्टी ने सोमवार को दावा किया कि भाजपा एमएसएमई मालिकों और व्यापारिक समुदाय के गुस्से से डर गई है। इस वजह से उसने सूरत लोकसभा सीट पर भी ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश की। इस सीट पर भाजपा 1984 से जीतती आ रही है।